कांडी : प्रखंड निवासी एक डॉक्टर ने दिल का कठिन एवं झारखंड का पहला ऑपरेशन करके एक बच्ची को नया जीवन दिया है। इसके लिए उक्त डॉक्टर की चारों तरफ प्रशंसा हो रही है।
ज्ञात हो कि कांडी प्रखंड अंतर्गत पंचायत व गांव पतिला निवासी स्व. कामेश्वर प्रसाद सोनी के पुत्र कार्डियक सर्जन डॉ. साकेत सोनी ने 9 वर्षीय बच्ची के हृदय का बिल्कुल जटिल एवं अपने तरह का पहला ऑपरेशन करके उसे जीवन दान दिया है। रांची स्थित पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में यह वीएसडी माइक्रो सर्जरी की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लातेहार जिला के बालूमाथ निवासी नंदकिशोर साहू की 9 वर्षीया पुत्री को दिल में छेद था। इस बात की जानकारी होते ही परिवार के लोग बहुत परेशान हो गए।
इलाज के लिए नंदकिशोर साहू ने अनेक अस्पतालों की खाक छानी। मगर सभी ने इलाज से साफ इन्कार कर दिया। राज्य से बाहर भी अनेक नामी गिरामी अस्पतालों में गए। मगर इलाज नहीं हो सका। तभी किसी ने उन्हें हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर साकेत सोनी के विषय में बताया। रांची स्थित पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में नंदकिशोर साहू अपनी बेटी परी कुमारी के साथ पहुंचे।
डॉ साकेत सोनी ने उन्हें माइक्रो सर्जरी की सलाह दी और शत प्रतिशत सफलता का भरोसा दिलाया। चूंकि यह वीएसडी माइक्रो सर्जरी का झारखंड में पहला ऑपरेशन था। लेकिन डॉ साकेत ने इसे चैलेंज के रूप में स्वीकार किया और सफल ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के दो दिनों के बाद परी कुमारी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
अब परी कुमारी बिल्कुल स्वस्थ है।
इस संबंध में डॉ साकेत ने कहा कि वीएसडी जिसे मेडिकल टर्मिनोलॉजी में वेंट्रिकुलर सेफ्टी डिफेक्ट बोलते हैं। यह एक जटिल जन्मजात हृदय छिद्र होता है। जिसमें अधिकतर केस में ओपन हार्ट सर्जरी की जरूरत पड़ती है। इसके साथ ही समय पर सर्जरी बहुत जरूरी होता है। सही समय पर सर्जरी नहीं होने से फेफड़ों का प्रेशर बढ़ता जाता है और जल्द ही मरीज ऑपरेशन के स्टेज को भी पार कर जाता है। ऐसी स्थिति में मरीज को बचाना असंभव की सीमा तक कठिन हो जाता है। कम खर्चे में इस तरह का यह पहला ऑपरेशन किया गया है। डॉ साकेत ने कहा कि दिल में किसी भी प्रकार का छिद्र होने से अब राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं है।