भवनाथपुर : भवनाथपुर थाना पिछले तीन महीनों से कर्मी और आर्थिक संसाधनों की कमी के कारण पंगु हो गया है, जिससे थाना क्षेत्र के लगभग पचास हजार लोगों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। वर्षा प्रारंभ होने के साथ ही जमीनी विवाद के मामलों में वृद्धि हो गई है और लोग थाने के चक्कर काटते नजर आते हैं। साथ ही क्षेत्र में सड़क दुर्घटना, छींटपुट लड़ाई-झगड़े की शिकायतें भी आती रहती हैं। मौजूदा स्थिति में पुलिस के पास जो कर्मी और संसाधन हैं, वे ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर प्रतीत हो रहे हैं।
गनीमत है कि मुस्लिम समाज के पर्व के दौरान चार पुलिस अधिकारी, दो हवलदार, दो सिपाही और आठ होमगार्ड जवानों ने मिलकर पूरी सुरक्षा व्यवस्था संभाल ली।
लोकसभा चुनाव के दौरान भवनाथपुर थाना से कई पुलिस अधिकारियों और जवानों का अन्य जिलों में स्थानांतरण किया गया था, लेकिन चुनाव के बाद कुछ ही कर्मी वापस आए। वर्तमान में सहायक पुलिस भी आंदोलन में है और कुछ कर्मियों को श्रावणी मेला में भेजा गया है, जिससे जनता की समस्याओं का समय पर निपटारा नहीं हो पा रहा है।
भवनाथपुर थाना क्षेत्र की पूर्व से पश्चिम लगभग 23 किलोमीटर और उत्तर से दक्षिण की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है, जिसमें कुल नौ पंचायतों के अंतर्गत लगभग पचास हजार की आबादी है। पुलिस के पास गश्ती और अन्य शिकायतों का निपटारा करने के लिए मात्र दो कबाड़ा चारपहिया वाहन हैं, जो कब कहां धोखा दे जाएं इसकी कोई गारंटी नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, थाने में कुल नौ एसआई के स्थान पर मात्र सात कार्यरत हैं, छह एएसआई के स्थान पर मात्र दो कार्यरत हैं, जबकि सात आरक्षियों के स्थान पर मात्र चार वर्तमान में कार्यरत हैं।
पुलिस के सामने कड़ी चुनौती है, फिर भी अभी तक कोई बड़ी घटना नहीं घटी है।