गढ़वा : बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बनाने वाले चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों पर गाज गिरी है। उपायुक्त शेखर जमुआर के निर्देश पर सिविल सर्जल डॉ अशोक कुमार 22 चिकित्सकों और 114 चिकित्साकर्मियों का चालू महीने का वेतन रोक दिया गया है।
बताया जाता है कि एनआईसी में बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बनाने का मामला पकड़ में आने के बाद डीसी ने चिकित्सकों और कर्मियों की सूची सिविल सर्जन को भेजकर मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया। उक्त आलोक में सिविल सर्जन ने कार्रवाई करते हुए 22 डॉक्टरों और 114 चिकित्साकर्मियों का वेतन तत्काल रोकने की कार्रवाई की। सिविल सर्जन ने बताया कि बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बनाने वाले चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों को आवश्यक रूप से हाजिरी बनाने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि कभी नेटवर्क की समस्या या अन्य कारणों से कर्मी और चिकित्सक कभी कभार हाजिरी नहीं बना पाते होंगे। उसे लेकर अगर उन्हें जानकारी दी जाती है तो उसपर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाता है।
सिविल सर्जन ने कहा कि कभी-कभी समस्या उत्पन्न हो सकती है, लेकिन नियमित रूप से बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बनाना घोर लापरवाही है। सदर अस्पताल में दो बायोमीट्रिक मशीन में से एक खराब पड़ी है। नई मशीन की व्यवस्था जल्द ही की जाएगी। सभी चिकित्सकों और कर्मियों को ड्यूटी में आने और ड्यूटी से जाने की बायोमीट्रिक हाजिरी बनाना आवश्यक है।
इस मामले में उपायुक्त शेखर जमुआर ने बताया कि चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों की ओर से बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बनाने का मामला सामने आया था।
मामले में सिविल सर्जन को कार्रवाई और व्यवस्था दुरूस्त करने का निर्देश दिया गया है। चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों को बायोमीट्रिक हाजिरी बनाना सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है।