कांडी : मुख्यालय स्थित उत्क्रमित प्लस टू विद्यालय में कभी पढ़ाई और अनुशासन में जिला में एक नंबर में आता था। आज वहीं विद्यालय सभी संसाधन के बाद भी पढ़ाई विहीन अनुशासनहीन झगड़ा फसाद और राजनीति का आड्डा बन गया है। विगत लगभग पांच वर्षो से शिक्षको में आपसी सहमति नहीं होने से स्कूल का पढ़ाई पूरी तरह चौपट है। अनुशासन और संस्कार की बच्चों को शिक्षा देने वाले शिक्षक ही संस्कार विहीन हैं। विद्यालय में लगातार कभी शिक्षक कभी छात्रों की लड़ाई नोक झोंक की शिकायत नियति बन गई है। समय से छात्रों का नामांकन समय से टीसी वितरण, विकास मद राशि की हेरा फेरी, उपस्थिति पंजी में अनियमितता आदि कई लगातार शिकायत मिल रही है। उक्त बात की जानकारी भाजपा किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष रामलला दुबे ने दी है।
इस शिकायत पर भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल स्कूल में जाकर प्रधानाध्यापिका से इस विषय पर बात की। अध्यापिका ने कहा कि मैं जब से प्रभार में हूं स्कूल को बेहतर करने का प्रयास कर रही हूं। लेकिन कुछ शिक्षक हमारी बात नहीं सुनते स्कूल अनुशासन को भंग करते हैं। ताज्जुब की बात है कि स्कूल की सारी शिकायत से जिला शिक्षा पदाधिकारी अवगत हैं। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं और ना ही कोई सुधार हो रहा है। इससे साफ लगता है की जिला शिक्षा विभाग की मिली भगत से कांडी स्कूल का यह हाल बना हुआ है। हमलोग कांडी स्कूल इस शिकायत को माननीय विधायक एवं सांसद के माध्यम से उच्च स्तरीय जांच कराया जाएगा।
शिकायत पर स्कूल में आए शिक्षा प्रतिनिधि सह भाजपा किसान मोर्चो जिला अध्यक्ष रामलला दुबे, राजेंद्र पांडेय, बिनोद प्रसाद, सीताराम तिवारी, सतेंद्र चौबे, भोला मेहता, मंडल अध्यक्ष श्रीकांत पांडेय, शशि रंजन दुबे सभी ने स्कूल की दुर्दशा की निन्दा की और सरकारी जांच कराकर सुधार करने की मांग की है।