डायरेक्टर और प्रिंसिपल ने भी किया पौधरोपण
गढ़वा : शहर के बीएनटी संत मैरी स्कूल में हरित भारत की प्रतिबद्धता के रूप में वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य तेजी से बढ़ते शहरीकरण और वृक्षों की कटाई के कारण उत्पन्न पर्यावरणीय गिरावट को संबोधित करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना सभा से हुई, जिसमें बच्चों ने विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कक्षा नवीं की छात्रा नव्या प्रीतम, कक्षा दसवीं की श्रीजा केसरी और कस्फी जफर ने वन महोत्सव पर भाषण दिया। उन्होंने बताया कि वन महोत्सव, जिसे 1950 में केंद्रीय कृषि और खाद्य मंत्री के मुंशी द्वारा शुरू किया गया था, एक वार्षिक वृक्षारोपण उत्सव है, जो 1 जुलाई से 7 जुलाई तक पूरे भारत में मनाया जाता है।
कक्षा छह और सात के छात्रों ने प्रेरक नृत्य प्रस्तुत किए और कक्षा नवमी की छात्रा लक्ष्मी तिवारी ने कविता के माध्यम से वन संरक्षण और वृक्षारोपण को प्रोत्साहित किया। कक्षा पांचवीं से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं ने तख्तियों और बैनरों के माध्यम से वन संरक्षण में सामुदायिक भागीदारी को उजागर किया।
कार्यक्रम का समापन विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण के साथ हुआ, जिसमें कक्षा 5 से लेकर कक्षा 7 तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्राचार्य अमित कुमार तिवारी ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला और वन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प व्यक्त किया।
विद्यालय के निदेशक उमाकांत तिवारी ने कहा कि वन महोत्सव के लिए आमतौर पर स्थानीय पेड़ लगाए जाते हैं, जो स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल होते हैं और उनकी जीवित रहने की दर अधिक होती है।
इस कार्यक्रम का सफल आयोजन विद्यालय के सीसीए इंचार्ज रूपम दुबे, शिक्षिका शुभ्रा पांडे, उप प्रधानाचार्य संजीव रंजन तिवारी, युगल किशोर विश्वकर्मा आदि के निर्देशन में हुआ। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित थे।