गढ़वा : गढ़वा जिले में झोलाछाप चिकित्सकों की चांदी कट रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में कथित झोलाछाप चिकित्सक बेखौफ होकर इलाज के नाम पर मरीजों के आर्थिक दोहन कर रहे हैं।
जबकि कई बार झोलाछाप चिकित्सकाें के इलाज से मरीजों की जान तक चली जाती है। लेकिन कुछ दिन सुर्खियों में रहने के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। कुछ ऐसा ही एक मामला गढ़वा थाना क्षेत्र के जुटी गांव में भी सामने आया है। शनिवार को एक झोलाछाप चिकित्सक ने गर्दन के समीप गिल्टी के इलाज के क्रम में कुछ ऐसी दवाएं दे दिया, जिससे महिला की हालत बिगड़ गई। लेकिन महिला के स्वजनों ने तुरंत ही उसे सदर अस्पताल में लाकर भर्ती कराया।
जानकारी के अनुसार जुटी गांव निवासी सती कुमार की पत्नी पुनम कुमारी को बाएं तरफ कनपटी में गिल्टी के कारण दर्द हो रहा था।
तब स्वजनों ने गांव के ही एक झोलाछाप चिकित्सक को दिखाया। बताया गया कि उक्त चिकित्सक ने इलाज के नाम पर कुछ दवाएं दिए तथा इंजेक्शन लगा दिए। इसके कुछ ही देर बाद पुनम कुमारी की हालत बिगड़ने लगी। यह स्थिति देखकर स्वजनों ने उसे लेकर सदर अस्पताल में पहुंचे। तब इलाज के बाद महिला की स्थिति में सुधार हुआ।