धुरकी :
धुरकी प्रखंड अन्तर्गत धुरकी सदर निवासी सेवानिवृत शिक्षक बृजमोहन कोरवा की मौत रांची के रिम्स अस्पताल में ब्रेन हेमरेज से हो गई।
मालूम हो कि उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक बृजमोहन कोरवा शिक्षा के क्षेत्र में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। उन्हें राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार भी माना जाता था, बृजमोहन कोरवा का निधन शिक्षकों के लिए अपूर्णीय क्षति है, जानकारी के अनुसार एक सप्ताह पहले बाइक से पीछे बैठ कर धुरकी से नगर ऊंटारी किसी काम से जा रहे थे, तभी रास्ते में शारदा गांव में उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था, आनन फानन में परिजन गढ़वा ले गए, जहां बेहतर इलाज के लिए चिकित्सको ने रांची रिम्स रेफर कर दिया।
जहां शनिवार को ईलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इधर घटना की खबर सुनते ही प्रखंड में शोक की लहर दौड़ पड़ी धनतेरस दीपावली की खुशी मातम में बदल गई । उनके परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था ,लोग दहाड़ मार कर रो रहे थे, वह एक लोकप्रिय शिक्षक थे उनके शैक्षणिक स्तर काफी व्यापक व जनहित कारी था मृतक शिक्षक के घर जनप्रतिनिधियों एवं बुद्धिजीवी समाजसेवी उनके परिवार वालों को इस दुख की घड़ी में ढांढस बना रहे थे, आपको बता दें कोरवा बिरादरी से होते हुए भी अपने बेटे को एमबीबीएस की पढ़ाई करने में सक्षम रहे, अपने समाज के लिए प्रेरणा के श्रोत भी मानना अतीशोयक्ति नहीं होगी। शिक्षक बृजमोहन कोरबा के तीन पुत्र एवं तीन पुत्रियां थी। शव शाम तक पहुंचने की उम्मीद है।
उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव धुरकी में होगा।
शोक प्रकट करने वालों में
टूटू सिंह, मनोज कुमार सिंह, रामप्रवेश राम, युवा समाजसेवी महताब आलम, समाजसेवी मिट्ठू जायसवाल, सेवानिवृत शिक्षक सह बीडीसी कृष्ण सिंह,
मुन्ना भारती, एकबाल खान, भरदुल यादव, राजकुमार यादव, मोo एजाज अहमद, रामलाल चंद्रवंशी, उमेश्वर राम, अरविंद यादव, मोo आलम कादरी सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।