धुरकी:
धुरकी कृषकों और व्यापारियों के बीच बेहतर समन्वय के लिए चैंबर ऑफ कॉमर्स की तर्ज पर झारखंड में चैंबर ऑफ फार्मर्स के गठन का प्रावधान किया गया है.
बुधवार को धुरकी मे चैंबर्स ऑफ फार्मर्स के नवचयनित गढ़वा जिला कोषाध्यक्ष इसराइल खान ने इसकी जानकारी दी है. उन्होने बताया की इससे कृषक समूह विकसित होंगे और राज्य में लघु कृषि उद्योग का विकास हो सकेगा साथ ही कृषकों को अपने उपज का उचित मूल्य प्रप्त होगा. उन्होने कहा की किसान अन्नदाता के रूप मे जाने जाते हैं, लेकिन उन्हें अपने उत्पादों को सामान्य बाजारों मे बेचना पड़ता था और किसान बिचौलिए के चंगूल मे फंसकर अपने उत्पादों को कम दामो पर बिक्री कर देते थे, और इससे उनके मेहनत पसीने की कमाई मे घाटा होता था. उन्होने कहा की अब गढ़वा जिला चैंबर्स ऑफ फार्मरमर्स की मदद से फलों सब्जियों और विभिन्न फसलों के उपज की एमएसपी तय किए जाएंगे. उन्होने कहा की किसानों को चैंबर्स ऑफ फार्मरमर्स से किसानो के उत्पादों की गुणवत्ता तय की जा सकेगी. और इसके आधार पर सब्जियों का भी एमएसपी तय किया जा सकेगा. वही यह भी बताया की चैंबर्स ऑफ फार्मरमर्स के चुनाव से पुर्व किसानो के समक्ष विभिन्न समस्याओ से सामना करना पड़ता था जिसमे सबसे बड़ी समस्या किसानो को खेती करने के लिए महंगे दामो पर बीज खाद्य कीटनाशक खरीदना पड़ता था. जिसका असर किसानो की खेती पर होता था उन्होने कहा की किसानो के लिए कोई मंच नही होने के कारण किसान की पीड़ा दबी रह जाती थी. लेकिन अब चैंबर्स ऑफ फार्मरमर्स का चुनाव हो जाने से किसानो को राहत मिलने के साथ फायदा भी होगा.