मझिआंव :
नगर पंचायत क्षेत्र के ऐसे छुपे कलाकार हैं जिसके द्वारा बनाया हुआ मां दुर्गे सहित अन्य मूर्ति की मांग उत्तर प्रदेश तक हो गई है। जिसमें माझिआंव कला निवासी दया प्रजापति के पुत्र अरुण प्रजापति लगभग 21 वर्षों से मूर्ति बना रहे हैं ।
अभी उनके पास मां दुर्गे की प्रतिमा लगभग एक दर्जन बनाया हुआ है ।उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मेरा मूर्ति बनाया हुआ यूपी के विंढमगंज तक की मांग बढ़ गई है, जिसे मैं वहां तक भी मूर्ति भेजा करता हूं। उन्होंने बताया कि 2 वर्ष कोरोना काल तथा दो वर्ष सुखाड़ की स्थिति के कारण मूर्ति की मांग नहीं होने से उन्हें घर चलाने में विकट समस्या उत्पन्न हो गई थी, तथा अब सभी सामान्य होने से मूर्तियों की बिक्री ठीक है ।
वे रविवार को संध्या में सभी मूर्तियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए थे । उन्होंने बताया कि इससे पहले वे मूर्ति बनाने की प्रशिक्षण रैनिकुट,अनपारा,तथा गढ़वा जिला के विभिन्न स्थान पर जाकर मूर्ति बनाते थे।साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि दशहरा पर्व में मां दुर्गा की प्रतिमा सहित अन्य मूर्ति तथा बसंत पंचमी एवं लक्ष्मी पूजा यह तीनों समय मूर्ति बनाते हैं। इसके बाद इससे घर परिवार का काम नहीं चल पाता है तो फिर वें मजदूरी करते हैं। लगभग एक दर्जन परिवारों को भरण -पोषण करना पड़ता है।वे अच्छा मूर्ति एवं कम कीमत में देने की बात कही, इस मूर्ति की बनाने में मूर्तिकार अरुण प्रजापति,तथा उनके पुत्र छोटू प्रजापति सहित अन्य परिवार के लोग शामिल होते हैं।