गढ़वा : गढ़वा सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्थानीय जीएन कॉन्वेंट(10+2) स्कूल में गाँधी जयंती के साथ साथ स्वच्छता अभियान कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
जिसमें विद्यालय प्रबंधन, शिक्षक गण एवं छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के निदेशक मदन केशरी एवं उपप्राचार्य बसंत ठाकुर द्वारा सम्मिलित रूप से दीपप्रज्वलन के पश्चात महात्मा गाँधी तथा लाल बहादुर शास्त्री के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया गया।विश्व शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।स्वागत भाषण वरीय शिक्षक सन्तोष प्रसाद ने दिया। अपने संबोधन में निदेशक ने कहा कि गाँधीजी के जन्मदिन को न सिर्फ भारत में बल्कि विश्व स्तर पर अहिंसा के अग्रदूत के रूप में मनाया जाता है।
अहिंसक आंदोलनों को बढ़ावा देने में गाँधी के महत्वपूर्ण प्रभाव के कारण इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। अहिंसा सबसे बड़ा धर्म और कर्तव्य है। यदि हम इसका पूरा पालन नहीं कर सकते तो हमें इसकी भावना को अवश्य समझना चाहिए और जहाँ तक संभव हो सके हिंसा से दूर रहकर मानवता का पालन करना चाहिए। आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए। मानवता एक समुद्र है, यदि समुद्र की कुछ बूंदे सुख जाती हैं तो समुद्र मैला नहीं होता। हर व्यक्ति को अपनी बुद्धिमानी के बारे में पूरा भरोसा रखना बुद्धिमानी नहीं है। यह सर्वविदित है कि गांधी जी ने तीन बन्दरों के उदाहरण देकर दुनिया को जीवन दर्शन का पाठ पढ़ाया।गाँधी जी ने न केवल भारत को अंग्रेजों के दुष्ट शासन से मुक्त कराया, बल्कि उन्होंने भारतीय समाज के सामाजिक मुद्दों के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी।
उन्होंने हमें आत्मनिर्भरता, साहस, अहिंसा, सादगी, महिला सशक्तिकरण और शिक्षा,स्वच्छता की शक्ति सिखाई। इस अवसर पर बच्चों के बीच भाषण एवं पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जिसमें चयनित छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति-पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम-रौनक कुमार (दशम्)
द्वितीय- अनुपम कुमार (नवम्) तृतीय- आदित्य प्रकाश (नवम)
पेंटिंग प्रतियोगिता: प्रथम- रिबिका कुमारी (नवम)द्वितीय- गोविंद कुमार (नवम्) तृतीय हिमांशु कुमार (दशम्)
कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक खुर्शीद आलम, मुकेश भारती, संजीव कुमार, आलोक सिन्हा, नीरा शर्मा, सरिता दुबे, सुषमा तिवारी, निलम कुमारी, शिवानी कुमारी,सुनिता कुमारी, संतोष प्रसाद की भूमिकासराहनीय रही।
मंच संचालन उपप्राचार्य के द्वारा किया गया जबकि धन्यवाद ज्ञापन खुर्शीद आलम के द्वारा किया गया जबकि जज की भूमिका में नीरा शर्मा, संजीव कुमार और सुषमा तिवारी रही। सामुहिक राष्ट्रगान के पश्चात सभा समापन की घोषणा की गई।