बंशीधर नगर : -भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के तत्वावधान में अल्का मैरेज हॉल में शहीदे आजम भगत सिंह के 116वीं जयंती के अवसर पर भगत सिंह के सपनो का भारत विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया.
विचार गोष्ठी का शुभारंभ शहीदे आजम भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया.विचार गोष्ठी में भाकपा नेता गणेश सिंह ने भगत सिंह के सपनो का भारत विषय पर अपना विचार व्यक्त करते हुये विषय प्रवेश कराया.विचार गोष्ठी के मुख्य वक्ता भाकपा के पूर्व राज्य सचिव का0 के0डी0 सिंह ने कहा कि आज पूरा देश संकट के दौर से गुजर रहा है.ऐसी परिस्थिति में भगत सिंह की जयंती का आयोजन किया जाना बहुत ही महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि भगत सिंह ने कहा था क्रांति से हमारा अभिप्राय है-अन्याय पर आधारित मौजूदा समाज व्यवस्था में आमूल परिवर्तन. क्रांति के लिये खूनी लड़ाइयां अनिवार्य नही है और न व्यक्तिगत प्रतिहिंसा के लिये कोई स्थान है.यह बम और पिस्तौल का विचारधारा नही है.यह विचारधारा साफ समझता है कि समाज का प्रमुख अंग होते हुये भी आज मजदूरों को उनके प्राथमिक अधिकार से वंचित रखा जा रहा है.उनकी गाढ़ी कमाई का सारा धन शोषक पूंजीपति हड़प रहे है.अन्नदाता किसान आज अपने परिवार सहित दाने दाने के लिये मोहताज हैं. दुनिया भर के बाजारों को कपड़ा मुहैया करनेवाला बुनकर अपने व अपने बच्चों को तन ढ़कने भर भी कपड़ा नही पा रहा है.उन्होंने कहा कि यह असमानता और लादा गया भेदभाव दुनिया को एक बहुत बड़ी उथल पुथल की ओर लिये जा रहा है.यह स्थिति अधिक दिनों तक कायम नही रह सकती.उन्होंने कहा कि भगत सिंह के सपनो को साकार करने का मतलब गांवो को मजबूत करना.उन्होंने कहा कि यह काम सिर्फ सत्ता के गलियारों से सम्भव नही है,बल्कि संघर्ष के रास्ते से ही सम्भव है.आइये भगत सिंह के सपनों का भारत बनाने के लिये संघर्ष के रास्ते पर चलने का संकल्प लें. भारत ज्ञान विज्ञान समिति के जिला अध्यक्ष संजय तिवारी ने कहा कि भगत सिंह ने समता मूलक शोषण विहीन और धर्म निरपेक्ष देश का सपना देखा था.उनका सपना था कि यदि मुझे फांसी हो जाने के बाद क्रांतिकारी विचारों की सुगंध हमारे नवजवानों को मदहोश करेगी और वे क्रांति के लिये पागल हो उठेंगे.नवजवानों का यह पागलपन ही ब्रिटिश साम्राज्यवादियों के नाश का कारण बनेगा.उन्होंने उपस्थित लोगों से संघर्ष का रास्ता अपनाने की अपील किया.भाकपा माले के नेता वरुण बिहारी यादव ने कहा कि भगत सिंह के सपनो का भारत बनाने के लिये अन्याय के विरुद्ध संघर्ष तेज करने का संकल्प लेना होगा.विचार गोष्ठी में भाकपा के जिला सचिव राजकुमार राम,रामेश्वर प्रसाद अकेला,देवीदयाल मेहता,कृष्णा मेहता,सेवानिवृत्त शिक्षक सीताराम जायसवाल, एसयूसीआई के शिवकुमार सिंह,सीपीआईएम के जिला सचिव जयप्रकाश गुप्ता,कांग्रेस नेता ईश्वरी चौधरी,जदयू नेता रवि प्रकाश उर्फ बबलू,झामुमो नेता मुकेश कुमार सिन्हा, प्रमोद कुमार,किरण देवी सहित अन्य ने भी अपने विचार व्यक्त किया. विचार गोष्ठी में इनुस खान,मदन प्रसाद,श्री राम,रामनाथ उरांव,गोपाल विश्वकर्मा, राजू विश्वकर्मा, कामेश्वर विश्वकर्मा, गोपाल यादव,राजेन्द्र विश्वकर्मा, मुकेश कुमार, सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.विचार गोष्ठी की अध्यक्षता खलील खां ने किया.