गढ़वा :
गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी के एक बयान के विरोध में महिला शक्ति के बैनर तले मंगलवार को काफी संख्या में आक्रोषित महिलाओं ने जम्मू महिला मोर्चा के गढ़वा जिला अध्यक्ष रेखा चौबे के नेतृत्व में विरोध मार्च निकाली। इस दौरान पूर्व विधायक के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गई। साथ ही महिलाओं ने पूर्व विधायक श्री तिवारी की तस्वीर पर कालिख पोती ।

रेखा चौबे के नेतृत्व में आयोजित विरोध मार्च टाउन हॉल के मैदान से शुरू होकर चिनियां मोड़, रंका मोड़, मेन रोड होते हुए मझिआंव मोड़ पहुंचा। वहां से पुनः रंका मोड़ पहुंचकर जुलूस सभा में तब्दील हो गई। यहां आक्रोशित महिलाओं ने पूर्व विधायक श्री तिवारी की तस्वीर पर चप्पलों का माला पहनाते हुए कालिख पोती।
वक्ताओं ने कहा कि पूर्व विधायक महिलाओं को पैर की जूती समझना छोड़ दें। इस तरह का अभद्र टिप्पनी एवं महिलाओं का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

रेखा चौबे ने कहा कि महिला शक्ति जाग गई है। श्री तिवारी को यह बताना होगा कि वह महिला कौन है जिसके बारे में उन्होंने आपत्तिजनक बयान दिया है। वे 24 घंटे के अंदर नाम बताएं या सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे। अन्यथा महिलाएं उनके आवास का घेराव करेंगी, कैंडल मार्च निकलेंगी, इसकी शिकायत महिला आयोग में भी की जाएगी। इसके बाद आंदोलन और उग्र होगा। यह अपमान सिर्फ गढ़वा की महिलाओं का नहीं पूरे राज्य एवं पूरे देश की महिलाओं एवं समस्त नारी जाति का अपमान है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दीपमाला ने कहा कि सत्येंद्र तिवारी ने किसी महिला का नाम लिए बगैर अभद्र टिप्पनी की है। इसका मतलब है कि उन्होंने समस्त महिला जाति को गाली दिया है। महिला का अपमान पूरे सृष्टि का अपमान है। इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। आने वाले चुनाव में सभी महिलाएं मिलकर उन्हें इतनी दूर फेंक देंगे कि उन्हें गढ़वा-पलामू का नाम याद भी नहीं रहेगा। मौके पर मुख्य रूप से चंदा देवी, अराधना सिंह, सोनी देवी, रेखा पाठक, अमोला देवी, राखी विश्वकर्मा, संगीता देवी, किरण देवी, उर्मिला देवी, पार्वती देवी, सुषमा देवी, रजनीगंधा, चंद्रवती देवी, मंजू देवी, ममता देवी, चांदनी देवी, शांति देवी, निर्मला देवी, वंदना देवी, वृंदा देवी, फातमा, सुचिता, उर्मिला, फेकनी कुंवर सहित काफी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी।
महिला शक्ति के बैनर तले आयोजित आक्रोश मार्च के दौरान पूरा शहर व्यस्त हो गया। जुलूस में महिलाओं की अत्यधिक भीड़ थी। इस कारण चिनियां मोड़ से मंझिआव मोड़ तक पूरे शहर में जाम लगा रह।