गढ़वा : सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्थानीय जीएन कॉन्वेंट स्कूल में हिन्दी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जिसके अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया चयनित बच्चों को मेडल एवम प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के निदेशक मदन केशरी तथा उपप्राचार्य बसंत ठाकुर द्वारा सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निदेशक ने कहा भाषाई विविधता हमारे देश के समृद्ध परंपरा है। हर क्षेत्र में संपर्क भाषा के रूप में लोगों की जुबान पर हिन्दी भाषा चढ़ी हुई है। हिन्दी हमारे स्वाभिमान और गर्व की भाषा है, हिन्दी ने हमें विश्व में एक नई पहचान दिलाई है।
हिन्दी विश्व में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाओं में से एक है। विश्व की प्राचीन, समृद्ध और सरल भाषा होने के साथ-साथ हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा भी है। हिन्दी भाषा विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली तीसरी भाषा है, जो हमें दुनियाभर में सम्मान भी दिलाती है। भारत की स्वतंत्रता के बाद 14 सितंबर 1949 की संविधान सभा ने एक मत से यह निर्णय लिया कि हिन्दी की खड़ी बोली ही भारत की राजभाषा होगी। उसी महत्वपूर्ण निर्णय के महत्व को प्रतिपादित करने तथा हिन्दी को हर क्षेत्र में
प्रसारित करने के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वर्धा के अनुरोध पर सन 1953 को सम्पूर्ण भारत प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। धीरे-धीरे हिन्दी भाषा का प्रचलन बढ़ा और इस भाषा ने राष्ट्रभाषा का रूप ले लिया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी अभिट पहचान है। इसका मूल कारण यह है कि हमारी भाषा हमारे देश की संस्कृति और संस्कारों का प्रतिबिम्ब है। आज विश्व के कोने-कोने से विद्यार्थी हमारी भाषा और संस्कृति को जानने के लिए हमारे देश का रूख कर रहे है। एक भारतीय को कम से कम अपनी भाषा यानि हिन्दी तो आनी ही चाहिए साथ ही हमें हिन्दी का सम्मान भी करना सीखना होगा।
कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक खुर्शीद आलम, संजीव कुमार, उदय प्रकाश, नरेन्द्र सिन्हा, आलोक सिन्हा, नीराशर्मा, सरिता दुबे, सुनिता कुमारी, निलम कुमारी, सुषमा तिवारी, शिवानी कुमारी,मुकेश कुमार, संतोष प्रसाद की भूमिका सराहनीय रही। कार्यक्रम का संचालन खुर्शीद आलम और धन्यवाद ज्ञापन संजीव कुमार ने किया।
इस अवसर पर जूनियर विंग में सुलेख लेखन प्रतियोगिता जबकि सीनियर विंग में निबन्ध और भाषण प्रतियोगिता आयोजित किया गया जिसका विषय अपने जीवन में हिंदी भाषा को समृद्ध कैसे बनाए। इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विजेता छात्र छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।