गढ़वा : 15 सितंबर को प्रस्तावित पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के गढ़वा दौरे से पूर्व गढ़वा जिले में भाजपा और झामुमो के बीच की राजनीति तल्ख होते जा रही है, क्योंकि जहां एक और मरांडी के दौरे को लेकर सभी प्रखंड मुख्यालयों में आयोजित कार्यक्रमों में पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी झामुमो पर पूरी तरह से हमलावर हैं, वहीं दूसरी ओर झामुमो ने भी मेराल उच्च विद्यालय के मैदान में स्कूल आवर में भाजपा द्वारा कार्यक्रम किए जाने पर सवाल उठाते हुए जिला शिक्षा अधीक्षक गढ़वा से विद्यालय के जमीन को बगैर अनुमति का उपयोग किए जाने पर कार्रवाई करने की मांग किया है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे ने जिला शिक्षा अधीक्षक आकाश कुमार को आवेदन सौंप कर गत 11 सितंबर को मेराल उच्च विद्यालय के मैदान में भाजपा का राजनीति कार्यक्रम आयोजित किए जाने की अनुमति देने संबंधी जानकारी मांगी है।
सौपे गए आवेदन में श्री दुबे ने कहा है कि उक्त विद्यालय के मैदान में विद्यालय संचालन अवधि में राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति किन परिस्थितियों में दी गई। यदि अनुमति नहीं दी गई तो बगैर अनुमति के ध्वनि विस्तारक यंत्र के साथ कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों की पढ़ाई बाधित की गई। इस परिस्थिति में डीएसई द्वारा क्या कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में डीएसई ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।
श्री दुबे ने कहा कि पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी को बच्चों एवं उनके भविष्य से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने विद्यालय संचालन अवधि में मेराल उच्च विद्यालय के मैदान में तेज ध्वनि विस्तारक यंत्र लगाकर घंटों तक राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित किया।
इससे बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह बाधित रही। स्कूल आने के बाद भी बच्चे कुछ पढ़ाई नहीं कर सके। श्री दुबे ने कहा कि पूर्व विधायक अपने स्वार्थ्य सिद्धि के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। आम जनता की परेशानियों से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। उनका बस एक ही मकसद है चाहे जैसे भी हो, लोगों को कितनी भी परेशानी हो उनका अपना काम होना चाहिए। श्री दुबे ने कहा कि बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करना, उनकी पढ़ाई बाधित करना कहीं से भी उचित नहीं है। यह एक अक्षम्य अपराध है। यदि डीएसई इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं करते हैं तो झामुमो आंदोलन करने को बाध्य होगा।