भवनाथपुर : बाजार परिसर में जमीन केवाला किये पचास वर्ष बाद अंचल कार्यालय के द्वारा सीमांकन कराये जाने को लेकर लोंगो में तरह तरह के चर्चा के बाद मामला सन्दिग्ध हो गया है ।
अंचल विभाग के द्वारा किया गए सीमांकन में 14वे वित्त से बनाये गए पीसीसी पथ के बीच पिलर गाड़ने के साथ साथ तीन दशक पूर्व बनाये गए पूर्व मंत्री रामचन्द्र केसरी द्वारा चौपाल भी सीमांकन के अंदर कर दिया गया है ।जानकर बताते है कि चार दशक पूर्व बनाये गए अंचल भवन भी अतिक्रमण कर बनाया गया है जिसे जमीन मालिक को देना पड्सकता है ।
क्या है मामला बताया जाता है कि भवनाथपुर लगने वाला बाजार परिसर की 4एकड 48 डिसिमिल जमीन पूर्व में भवनाथपुर बस्ती निवासी स्व केदार सिंह वैगरह के द्वारा दान में दिया गया था जिसमे समय के साथ लोंगो के द्वारा फर्जी तरीके से भवनाथपुर अंचल विभाग के मिली भगत से रजिस्ट्री कराकर दुकान मकान निर्माण कर लिए गया है ।
जिसमे बाजार परिसर के जमीन पर आधा दर्जन सेड ,सौचालय व चौपाल निर्मित है बाकी खाली स्थान पर छोटे छोटे लोहा लकड़ी के गुणटी लोंगो के द्वारा लगाया गया है साथ ही खाली पड़े जमीन पर रविवार व बुधवार को साप्ताहिक बाजार लगता है ।इधर अचानक 15 दिन पूर्व अंचल विभाग के द्वारा रमेश सिंह पिता स्व सत्यनारायन सिंह के नाम 16 डिसिमिल जमीन बाजार परिसर में ही पिलर गाड़ कर सीमांकन कर दिया गया है ।जिसमे बताया जा रहा है कि 1973 में बस्ती निवासी अमीरका सिंह व गोखुला सिंह के द्वारा सत्यनारायण सिन व देवनारायण सिंह को 32 डिसिमिल जमीन रजिस्ट्री की गई थी ।परन्तु वर्ष 22 में रमेश सिंह वैगरह के नाम खाता संख्या 222प्लाट 310 का ऑनलाइन रसीद काटने के बाद सीमांकन की प्रक्रिया किया गया है ।
जिसमे वर्तमान में 14वे वित्त से पीसीसी सड़क व चौपाल निर्मित है साथ ही इसी खाली स्थान पर बाजार भी वर्तमान में लगाया गया है ।बाकी बचे 16 डिसिमिल जमीन में पूर्व में अंचल भवन के साथ चाहर दिवारी निर्मित है ।इस बीते पांच दशक में उक्त खाता प्लाट में निर्बाध रूप से सरकारी कार्य होने के बाउजूद जमीन मालिक के द्वारा रोक टोक या दावा नही किये जाने से लोंगो के बीच मामला सन्धिगत प्रतीत हो रहा है ।
इस बावत अंचल अमीन से पूछे जाने पर बताया गया कि जमीन मालिक के पास केवाला व रसीद के आधार पर सीमांकन कराने की मांग की गई थी जिसमे सरकारी अमीन के द्वारा मापी के बाद सीमांकन किया गया है कोई गलत नही किया गया ।
वन्ही जिमिन मालिक रमेस सिंह के द्वारा बताया गया कि पूर्वजो के द्वारा 32 डिसिमिल जमीन खरीदी की गई थी जिसमे पेपर के आधार पर अंचल के द्वारा उक्त जमीन हमे दिया गया है ।
कहा कि बहुत लोंगो के द्वारा पूर्व में ही बाजार की जमीन गलत ढंग से अतिक्रमण कर फर्जी रजिस्ट्री करा लिया गया है जो जाँच का विषय है ।