गढ़वा :
गढ़वा के राजीव भारद्वाज को व्यंग लेखन के लिए अखिल भारतीय कबीर मठ, सदगुरु कबीर आश्रम सेवा संस्थान, बड़ी खाटू, जायल (नागौर) राजस्थान की ओर से सदैव अटल सम्मान दिया गया। इससे पहले भी उन्हें वर्ष 2022 में रामनवमी के अवसर पर अयोध्या में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय साहित्य सम्मेलन में व्यंग भूषण पुरस्कार मिल चुका है।
वहीं पांच फरवरी 2023 को कबीर सेवा संस्थान नई दिल्ली की ओर से आयोजित किए जाने वाले सम्मान समारोह में भी सम्मानित करने के लिए राजीव भारद्वाज का चयन किया गया है। वे इस समारोह में झारखंड से अकेले व्यक्ति हैं। जिन्हें व्यंग लेखन में चयन किया गया है। राजीव भारद्वाज ने कहा कि साहित्य की विभिन्न विधाओं में व्यंग लेखन सबसे कठिन समझा जाता है और जीवन की घटनाओं को व्यंग के माध्यम से लोगों के तनाव को कम करने का प्रयास कर रहे हैं।
साथ ही रोचकता के साथ सामाजिक संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि लेखनी में भावना और गुदगुदी का मिश्रण होता है और सामाजिक निष्कर्ष। राजीव भारद्वाज व्यंग लेखन से वर्तमान में युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं। राष्ट्रीय पर विभिन्न संगठनों की ओर से सम्मान मिल रहा है। वहीं सोशल मीडिया पर भी व्यंग लेखन को पोस्ट करने में देश के अलावा विदेशों के लोग भी सराहना कर रहे हैं। मगधी, भोजपुरी और हिंदी भाषा को मिश्रित इनका व्यंग भाषा के प्रति लोगों में जागरूकता का कार्य भी करता है।