धुरकी : धुरकी प्रखंड के भंडार गांव में सुखा राशन कीट गांव के हथिया नाला तालाब में फेंकने का मामला प्रकाश में आया है।
उक्त सुखा राशन कीट गांव के गरीब निर्धन मजदूरों के बीच वितरण किया जाना था। यह राशन सुबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर देश के विभिन्न राज्यों से वापस अपने-अपने गांव मे लौटने व चौदह दिनों के होम क्वायरेंटाइन मे रहने वाले मजदूरों के बीच बांटने के लिए मिला था। उक्त सुखा राशन खाद्द सामग्री कीट जिसमे दस किलो चावल, दो किलो दाल, दो किलो आलू, एक किलो प्याज, एक लीटर सरसों तेल, एक किलो नमक उक्त पैकेट पैक कर तैयार कर मजदूरों के बीच वितरण करने के लिए पंचायत के मुखिया पचिया देवी को पूरी जवाबदेही और जिम्मेवारी के साथ मिला था।
बीडीओ रंजीत कुमार सिन्हा के द्वारा पूर्व में ही निर्देशित किया गया था की उक्त खाद सामग्री का पैकेट तत्काल मजदूरों के बीच वितरण करना है। उसके बावजूद भी उक्त पंचायत के मुखिया ने सुखा खाद्य सामग्री का पैकेट मजदूरों के बीच वितरण नहीं किया।
वहीं रविवार की शाम में जब ग्रामीणो की नजर हथिया नाला तालाब में खाद्य सामग्री पैकेट के साथ गहरे पानी में उपलाए हुए नजर आया तो पूरे गांव मे यह खबर फैल गई। वहीं देखते ही देखते ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई।
ग्रामीण किशन पासवान, विकास कुमार, विजय राम, विशाल सिंह, राजेश्वर साह, नंदलाल कुमार, संतोष लोहरा, अनिल बैठा, सुमित गुप्ता, शिव पूजन राम, विजय बैठा व मंदीप सिंह सहित काफी संख्या मे ग्रामीणों ने इसकी सूचना थाने में भी दिया है।
वहीं उपरोक्त ग्रामीणों ने उपायुक्त गढ़वा के नाम से एक आवेदन भी मुखिया के विरुद्ध लिखा है, लिखित आवेदन के माध्यम से उक्त ग्रामीणों ने मुखिया पचिया देवी पर आरोप लगाते हुए लिखा है की उक्त रासन का पैकेट मजदूरों के बीच वितरण करने के लिए मुखिया को मिला था, ग्रामीणों ने आरोप लगाया है की मुखिया ने कालाबाजारी करने के लिए प्रवासी मजदूरों का रासन वितरण नहीं किया। वहीं आलू प्याज को बचने के उद्देश्य से तालाब मे डाल दिया। ग्रामीण ने उक्त मुखिया पर उपायुक्त से कार्रवाई करने का मांग किया है।
वहीं इसकी सूचना मिलने पर बीडीओ रंजीत कुमार सिन्हा स्वयं भंडार गांव पहुंचे और स्वयं तालाब मे पहूंच कर राशन कीट पानी में फेंका हुआ देखकर कहा की वह स्वयं इसकी जांच कर रहे हैं, दोषी पाए जाने पर कार्यावाई निश्चित रूप मुखिया पर होगा।
वहीं ग्रामीणों ने बीडीओ को बताया की मुखिया ने चौदहवीं वित्त की राशी से अपने चहेतों के घर के दरवाजे पर चापाकल लगाए हैं, वहीं सोलर जलमिनार लगाने मे भी भारी अनियमितता बरता गया है, बीडीओ ने ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कहा है की भंडार पंचायत मे पुर्व मे भी मुखिया के द्वारा अनियमितता बरते जाने की शिकायत मिला है। वह जांच कमिटी का गठन कर पुरे पंचायत के विकास योजनाओं की जांच कराएंगे।