भवनाथपुर : बीते दिनों भवनाथपुर भाया कांडी पथ निर्माण में हो रही विलंब के खिलाफ धरना व आमरण अनशन के दौरान जेल भेजे गए नेताओं को जमानत मिलने पर युवाओं ने जेल के बाहर उनका फूल माला से स्वागत किया।
बताते चलें कि पिछले तीन वर्षो से भवनाथपुर कांडी पथ निर्माण में ठेका कंपनियों के द्वारा कि जा रही विलंब और घटिया सामग्री के खिलाफ शंकर प्रिय के नेतृत्व में कर्पूरी चौक भवनाथपुर में 11 फरवरी से कि गई धरना और आमरण अनशन के सिलसिले में स्थानीय पुलिस प्रशासन और दंडाधिकारी के द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया जिसमें 6 लोगो को अभियुक्त बनाया गया था।
लॉकडॉउन और कोरॉना महामारी के दौर में ही परेशान करने के नियत से पुलिस प्रशासन सुबोध कांत पाठक और अमित भूषण को दिन 15 जुलाई को दो बजे रात्रि में घर से गिरफ्तार कर गढ़वा जेल भेज दिया था।
13 दिन बाद न्यायलय द्वारा उक्त दोनों अभियुक्तों का जमानत अर्जी मंजूर की गई और वे जेल से बाहर निकले। दो दर्जन की संख्या में नौजवान सामाजिक दूरी का पालन करते हुए जेल गेट पर इकट्ठा होकर अपने नेताओं का जोरदार स्वागत किया।
जेल से निकलने के बाद सुबोध पाठक ने कहां की सामाजिक न्याय की लड़ाई में हजार बार भी जेल जाना पड़े तो मेरा कदम कभी आगे बढ़ने में नहीं हिचकिचाएगा। आगे भी भ्रष्टाचार और शोषण दोहन के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हैं। अमित भूषण ने कहां की सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं।
स्वागत करने वाले में शंकर प्रिय, विजय महतो, उमाशंकर पांडेय, मुकेश कुमार, दिनेश ठाकुर, रौशन कुमार, अमित, अंकित आदि लोग थे।