गढ़वा : नई शिक्षा नीति भारत सरकार का एक सराहनीय कदम है। इस शिक्षा नीति को भाजपाईयों ने स्वागत करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति का विजन ही भारत केंद्रित शिक्षा प्रणाली की कल्पना पर आधारित है, जो सभी को उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा से हमारे राष्ट्र को एक न्याय संगत और जीवंत ज्ञान समाज को बदलने में योगदान देगी। 1986 के बाद पहली बार एक व्यापक शिक्षा नीति तैयार होकर हम सबों के बीच आई है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि उन्हें अटूट विश्वास है की उपलब्धता समानता गुणवत्ता एवं उत्तरदायित्व की नींव पर खड़ी यह शिक्षा नीति देश के युवा वर्ग को सर्वांगीण विकास और विश्व गुरु के रूप में भारत को एक नई पहचान दिलाएगी। नया पाठ्यक्रम में बाल शिक्षा से उच्च शिक्षा सभी के ऊपर गंभीरता से विचार कर योजना बनाई गई है।
विद्यार्थियों को तनावमुक्त होकर सही ज्ञान की प्राप्ति हो सके इसका विशेष ख्याल किया गया है। राइट टू एजुकेशन एक्ट को 12वीं कक्षा तक बढ़ा दिया गया है। उच्च शिक्षण संस्थानों को तीन भागों में बांट कर उच्च शिक्षा के साथ-साथ शोध का कार्य भी सुचारू रूप से हो सके इस पर विशेष ध्यान दिया गया है शिक्षा के सभी स्तरों पर सरकारी निवेश में बढ़ोतरी की बात कही गई है जो विद्यार्थियों को सभी सुविधा उपलब्ध कराने में निश्चित ही सहायक सिद्ध होगी। गुणवत्ता युक्त शिक्षा सभी वर्गों को सामान्य रूप से मिलेगा।
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष विकास स्वदेशी, भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष रामाशीष तिवारी, डिजिटल जिला संयोजक संतोष कुमार दुबे मीडिया प्रभारी विवेकानंद तिवारी आदि मौजूद थे।