गढ़वा : सदर प्रखंड के मधेया पंचायत अंतर्गत झूरा गांव में ऋषिकेश दुबे उर्फ पिंटू दुबे का कच्चा मकान भारी बारिश के कारण ध्वस्त हो गया। इस परिवार के समक्ष छोटे-छोटे बच्चों सहित पेड़ के नीचे आश्रय लेने की स्थिति बन गयी है।
हालांकि इस घटना में मामूली चोट के अलावा किसी को नुकसान नहीं हुआ किंतु घर के अंदर खटिया, चौकी, बरतन आदि अनेक आवश्यक सामान बर्बाद हो गए जो इस गरीब परिवार के लिए कीमती संपत्ति ही थी।
घर के मालिक पिंटू दुबे ने बताया कि खुले मैदान में कच्चा चूल्हा पर भोजन बनाकर किसी तरह बाल बच्चों को लेकर जीवित हैं। ध्वस्त मकान के मलवा मे से अनेक सांप बिच्छु भी निकल रहे हैं। मुखिया से संपर्क करने के लिए उनके घर गए तो उनसे मुलाकात नहीं हो सकी।
1 हफ्ते से दोनों नंबर पर फोन करते हैं तो कोई जवाब नहीं मिलता है। अब जिस दिन भी बारिश होगी तो दूसरे के घर में या पेड़ के नीचे रहने के अलावा मुझ जैसे बेरोजगार के पास कोई अन्य विकल्प नहीं है। कच्चा मकान का मलवा के ढेर तले घर के सारा बर्तन तथा चापाकल भी दब चुका है जिससे बाहर भोजन बनाने में भी अनेक कठिनाई है। इस कोरोना काल मे किसी के घर आश्रय लेना भी उचित नहीं है और जनप्रतिनिधियों तथा सरकार से लगी उम्मीद भी टूट रही है। मलवा हटाना तो दूर बेरोजगारी मे भोजन जुटाना ही कठिन है।
इस संबंध में जब चैनल के द्वारा पंचायत के मुखिया के फ़ोन पर संपर्क किया गया फ़ोन पर बताया गया की वो पूजा करने बैठी हैं।