गढ़वा : संबद्ध डिग्री महाविद्यालय महासंघ नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय इकाई की आनलाईन बैठक रविवार को जूम एप्प के माध्यम से संपन्न हुयी। बैठक में अनुदान की राशि निर्गत करने समेंत 12 सूत्री मांग के समर्थन में 28 जुलाई से कार्य बहिष्कार एवं 4 अगस्त अनिश्चितकालीन अनशन करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। इस आशय का मांग पत्र कुल सचिव नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय समेंत महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री झारखण्ड, पेयजल व स्वच्छता मंत्री सह स्थानीय विधायक मिथिलेश कुमार ठाकुर को ईमेल के माध्यम से भेजा गया। स्थानीय सांसद, आयुक्त, पलामू एवं अनुमंडल पदाधिकारी, मेदिनीनगर को मांग पत्र की प्रतिलिपि भेजने की प्रक्रिया में है।
बैठक में शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों का 15 सदस्यीय संचालन समिति गठन करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए सोमवार तक सभी संबद्ध महाविद्यालयों से तीन-तीन नाम मांगे गये हैं।
भेजे गये पत्र में उल्लेख किया गया है कि वित्तीय वर्ष 2018-19 तथा 2019-20 का अनुदान राशि पिछले करीब 4 माह पूर्व विश्वविद्यालय को प्राप्त हो चुका है। विश्वविद्यालय द्वारा सभी अनुदानित स्थाई संबद्ध कालेजों के शासी निकाय से प्रस्ताव मांगा गया था। उसे काॅलेजों द्वारा विश्वविद्यालय को महीनों पूर्व उपलब्ध कराया जा चुका है। बावजूद विश्वविद्यालय द्वारा अनुदान की राशि निर्गत नहीं किया गया। लिहाजा संबंधित महाविद्यालयों के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी भूखों मरने के कगार पर है।
कोरोना संक्रमण के कारण महाविद्यालय बंद रहने से छात्र-छात्राओं से प्राप्त शुल्क से जो राशि महाविद्यालयों उपलब्ध होती थी और उस राशि से कर्मियों को भुगतान किया जाता था, किन्तु महाविद्यालय के आय स्रोत से प्रतिमाह मिलने वाला कालेज कर्मियों का मानदेय भी महीनों से बंद है। लिहाजा इन कालेजों से जुड़े कर्मी, कोरोना काल के इस संकट में भूखों मरने को मजबूर हैं। अर्थाभाव में हमारे एक सहयोगी बनवारी साहू लातेहार महाविद्यालय के विनोद कुमार का पिछले दिनों इलाज के अभाव में निधन हो चुका है तथा कई महाविद्यालय कर्मी बीमार है। अर्थाभाव में इनका ईलाज तक नहीं हो पा रहा है। पूर्व में भी 22 जनवरी 2019 को स्थाई संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों से जुड़ी समस्यायों के निष्पादन के लिए एक 11 सूत्री मांग पत्र भी सौंपा गया था।
मांग पत्र के संन्दर्भ में कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। किन्तु एक भी मांग पर विश्वविद्यालय द्वारा अब तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गयी। उक्त परिस्थिति में अनुदान की राशि निर्गत करनें समेत 12 सूत्री मांग के समर्थन में संबद्ध डिग्री महाविद्यालय महासंघ का नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय इकाई ने बाध्य होकर निर्णय लिया है कि दिनांक 28 जुलाई 2020 से विश्वविद्यालय से संबंधित सभी तरह के कार्यों का हम सभी महासंघ से जुड़े महाविद्यालय कर्मी बहिष्कार करेंगे। बावजूद यदि अनुदान की राशि निर्गत करने की प्रमुख मांग पर कार्रवाई करते हुए अनुदान की राशि 3 अगस्त तक संबंधित काॅलेजों में नहीं भेजा जाता है तो बाध्य होकर 4 अगस्त 2020 से विश्वविद्यालय परिसर में कोरोना से संबंधित सरकार द्वारा जारी सभी दिशा निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे, जिसकी जवाबदेही पूरी तरह से विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
बैठक की अध्यक्षता संबद्ध डिग्री महाविद्यालय महासंघ नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष प्रो. विवेकानंद उपाध्याय ने की।
बैठक में गोपीनाथ सिंह महिला महाविद्यालय, बीएसएम महाविद्यालय, भवनाथपुर, मजदुर किसान काॅलेज, पांकी, बनवारी साहू काॅलेज, लातेहार से प्रमुख शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मी उपस्थित थे।