रमकंडा : रंका अनुमंडल मुख्यालय से महज 10 किमी दूर रंका रमकंडा मुख्य सड़क के पूरेगाड़ा नदी बना छलका बरसात के दिनों में जानलेवा साबित होती है। अबतक कई बार लोग इस छलका में हादसों का शिकार होते रहे हैं।उसके बाद भी सरकार की और से इस छलका पर अबतक पुल का निर्माण नहीं कराये जा सका है।जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इस छलका से होकर बरसात के दिनों में पार करना जान जोखिम में डालना है। इसका बानगी शनिवार को देखना को मिला जहाँ रुक रुककर हो रही है बारिश के बाद छलका के ऊपर से करीब 4 फिट पानी पार होने लगा। जिसके बाद ग्रामीण सहित राहगीरों को काफी देर तक छलका समीप इंतजार करना पड़ा जिसके कारण लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
काफी देर बाद पानी कम होने के बाद लोग किसी तरह छलका पार लोग अपने अपने घर पहुँचे।
विदित हो की पिछली बरसात में भी इस छलका को पार करने के दौरान बाइक सहित अन्य सवार बह गया था।स्थानीय लोगों की कारण उसकी जान बचाया जा सका था। वहीं उसका बाइक भी ग्रामीणों ने करीब एक किमी दूर से निकाला था।इसके अलावा सवारियों से भरा कमांडर जीप भी तेज बहाव में फंसकर बह गया था। उस दौरान भी स्थानीय लोगों की मदद से कमांडर पर सवार कई लोगों को बाहर निकालकर जान बचाया गया था।वहीं कुछ लोग खुद नदी से बाहर निकल गए थे। पुल निर्माण नहीं होने से दर्जनों गांवों के लोगों को परेशानी होती है। पुल निर्माण नहीं होने से बरसात के दिनों में अक्सर हादसे की आशंका बनी रहती है।