बिशुनपुरा (गढ़वा) : एक तरफ पूरे देश मे कोरोना महामारी से त्रस्त है। दिन प्रतिदिन मरीजो की संख्या बढ़ते जा रही है। वही दूसरी ओर प्रखंड से मजदूरों का पलायन भी शुरू हो गया है। सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों के लिए चलाए जा रहे मनरेगा जैसी योजना उन्हें रास नही आ रहा है।
लॉक डाउन में बाहर कमाने गए मजदूर सैकड़ो किलोमीटर पैदल चलकर अपने अपने घर तो पहुँच गए। लेकिन कुछ दिन बिताने के बाद घर की स्थिति दयनीय होने पर अपने परिवार के भरण पोषण की चिंता उन्हें बाहर जाकर कमाने के लिए मजबूर कर रही है। बिशुनपुरा प्रखंड ब्लॉक मोड़ से गुरुवार के दिन विशाखापटनम जाने के लिए एक बस पर सवार होकर परदेश कमाने बाहर जाने वाले मजदूरों को देखा गया।
मालूम हो की विशाखापटनम के एस्सार कम्पनी ने एक बस भेज कर मजदूरों को काम पर बुलाने के लिये कम्पनी के तरफ से बस भेजा गया था। इस बस में कुल 39 मजदूर सवार थे। जिसमें बिशुनपुरा गांव के 10, पतिहारी गाँव के 22 एवं बरडीहा प्रखंड के सेमरी गाँव के 7 मजदूर मजदूरी बस में सवार थे। मालूम हो कि एक सप्ताह पहले भी एक बस मजदूरों का पलायन हुआ है।