गढ़वा :
संस्कार भारती झारखंड प्रांत के मंत्री नीरज श्रीधर 'स्वर्गीय' ने कहा कि स्वाधीनता का अमृत महोत्सव सम्पूर्ण राष्ट्र विभिन्न गतिविधियों द्वारा मनाया जा रहा है।इसी कड़ी में कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती की झारखंड प्रांत इकाई द्वारा जमशेदपुर में त्रिदिवसीय नाट्योत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसमें नाट्य विधा के मूर्द्धन्य कला साधकों के साथ राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के अजय मलकानी जी सहित राष्ट्रीय स्तर के अनेक नाट्य-विधा विशेषज्ञ के सान्निध्य में झारखंड प्रांत के विभिन्न जिलों की नाट्य प्रस्तुतियों का आनन्द लेने के साथ-साथ वहाँ उपस्थित होने वाले रंगकर्मी व नाट्य-प्रेमी उनका उचित मार्गदर्शन भी प्राप्त करेंगे।
गढ़वा ज़िला से नीरज श्रीधर 'स्वर्गीय' द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक "समर्पण" का मंचन प्रांतीय नाट्य महोत्सव जमशेदपुर में दिनांक : 4 मार्च 2022 को संध्या 7 बजे से किया जाएगा।
"समर्पण" नाटक की कथावस्तु 1857 के भारतीय स्वाधीनता संग्राम में झारखंड प्रदेश के गढ़वा जिले के रमकण्डा निवासी अमर बलिदानी नारायण साव को केंद्र में रखकर तैयार की गयी है।
भारत माता के अमर बलिदानी नीलाम्बर-पीताम्बर के द्वारा प्रथम जन क्रान्ति का प्रारम्भ १८५७ के दशहरा के दिन चेमो-सनेया की पवित्र भूमि पर किया गया था।उनके इस जन क्रान्ति रूपी महायज्ञ में भामाशाह की भाँति अपनी सारी सम्पत्ति समर्पित कर ब्रिटिश हुक़ूमत से वीरता के साथ लड़ते हुए गढ़वा ज़िले के रमकण्डा निवासी बलिदानी नारायण साव जी वीरगति को प्राप्त हुए।
उनके द्वारा समर्पित की गयी सम्पत्ति से क्रय किए गए हथियारों के द्वारा अमर बलिदानी नीलाम्बर पीताम्बर के नेतृत्व में ब्रिटिश हुक़ूमत की चूलें हिला दीं थीं।जिसकी गूंज सात समन्दर पार ब्रिटेन तक पहुँच गयी थी।
किन्तु किन्हीं कारणों से अमर बलिदानी नारायण साव जी का नाम इतिहास में अंकित नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वाधीनता संग्राम के अज्ञात बलिदानियों को उचित सम्मान दिलाने हेतु राष्ट्रीय अभियान स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अवसर पर संस्कार भारती झारखंड प्रांत द्वारा जमशेदपुर में आयोजित नाट्य महोत्सव में प्रस्तुत इस नाटक के माध्यम से हम झारखंड के भामाशाह रूपी अमर बलिदानी नारायण साव जी को राष्ट्रीय सम्मान दिलाने में सफल हो सके तो यही हमारी उनके प्रति सच्ची श्रद्धाञ्जलि होगी।