मेराल :
मेराल प्रखंड के हासनदाग गांव के चरक पथली मौरिया स्थान के पास दो दिवसीय लगने वाले मेले का उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह एवं डॉ कुलदेव चौधरी ने किया।
अपने उद्घाटन समारोह के संबोधन में गिरिनाथ सिंह ने कहा कि भगवान शंकर ने कठिन परिस्थिति में भी अपना एवं पराए के भेदभाव को नहीं समझा है। इसलिए देवों के देव महादेव है जो अपने भक्तों के लिए हर संभव अपना दया बरसाते रहते हैं। एक समय में भगवान शंकर ने अपने पुत्र गणेश का भी सर को काट दिया था। बाद में माता पार्वती के आग्रह पर हाथी का सर अपने पुत्र गणेश के सर के रूप में स्थापित किया। उन्होंने उपस्थित लोगों से शिवरात्रि पर्व को निश्चल मन से होकर श्रद्धापूर्वक मनाने की बात कही।
उन्होंने मोरिया स्थान पर मंदिर बनाने एवं मेला का आयोजन करने के लिए मुखिया दुखन चौधरी के साथ कमेटी के सभी लोगों को बधाई दिया। वहीं डॉ कुलदेव चौधरी ने अपने संबोधन में संबोधन में कहा कि शिवरात्रि महापर्व भगवान शंकर के जन्मदिन, विवाह दिन और समुद्र मंथन से निकली विष को पान करने का एक ही दिन होने के कारण बहुत ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस अवसर पर मुखिया दुखन चौधरी, झामुमो नेता राजेश चौबे, रामनरेश चौधरी, राजबली चौधरी, सुरेन्द्र चौबे,अनिल चौधरी, रविन्द्र चौधरी, सहित लोगों ने अपनी अपनी विचार को रखा। कार्यक्रम का संचालन हरेंद्र चौधरी ने किया। जबकि अध्यक्षता ब्रह्मदेव चौधरी ने किया। इस अवसर पर मेला कमेटी के सचिव राजेंद्र चौधरी, कोषाध्यक्ष कोमल चौधरी समाजसेवी राजबली चौधरी, सदस्य शिव दत चौधरी, संजय चौधरी, रामनाथ विश्वकर्मा, द्वारिका चौधरी,गुपु चौधरी, सत्येन्द्र चौबे,घुरन चौधरी रमेश चौधरी,मानदेव चौधरी,मानदेव बैठा, मनोज रजक, आशुतोष चौबे, महिला मंडल अध्यक्ष चान्दो देवी, रीमा देवी, सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।