प्रशासन नेता सभी जर्जर पुलिया को ले लापरवाह
ताजा घटना में बाप बेटे हुए घायल
पूर्व में भी घट चुकी है दर्जनों घटना
मेराल: मेराल थाना क्षेत्र के लखेया व हासनदाग सीमा पर मुख्य सड़क यूरिया नदी क्षतिग्रस्त पुल पर लगातार 2 वर्षों से घटना हो रही है। जो एक बार फिर शनिवार की सुबह 8:00 बजे मोटरसाइकिल सवार चालक विपिन कुमार चौधरी 22 वर्ष व पिता जग्गू चौधरी 50 वर्ष क्षतिग्रस्त पुल के ऊपर से नीचे गिर कर घायल हो गए। जबकि जग्गू चौधरी गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका दोनों हाथ फ्रैक्चर हो गया है। जिन्हें ग्रामीणों की मदद से इलाज के लिए गढ़वा भेजा गया। वहीं विपिन कुमार चौधरी का स्थानीय प्राइवेट क्लीनिक में इलाज किया गया
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घायल विपिन कुमार ने बताया कि
हम और हमारे पिता जग्गू चौधरी मेराल बाजार से सब्जी लेकर बेचने के लिए वापस हासन दाग घर आ रहे थे।
यूरिया नदी पुल पर पार करने के दौरान क्षतिग्रस्त पुल पर बालू होने के चलते मोटरसाइकिल अनियंत्रित हो गया और हम लोग पुल के नीचे गड्ढे में गिर गए वहां पर क्षतिग्रस्त पुल का मलबा काफी मात्रा में था जिससे बाल-बाल बच गए। इसकी सूचना पाकर हसनदाग के ग्रामीणों ने घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों को इलाज के लिए भेज कर, जमकर जिला प्रशासन और स्थानीय विधायक पर भड़ास निकाली।
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मुखिया संघ के अध्यक्ष दुखन चौधरी ने नाराजगी जाहिर करते हुए स्थानीय विधायक व जिला प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि यूरिया नदी पुल का आधा भाग क्षतिग्रस्त हुए 2 वर्ष होने जा रहा है। चुनाव के समय जनप्रतिनिधि के द्वारा वादा किया गया था सरकार बनते ही यूरिया नदी क्षतिग्रस्त पुल का नव निर्माण के लिए प्रारंभ कर दिया जाएगा लेकिन यह सब वादे फीका पड़ने लगे है।
हालांकि पूर्व विधायक से भी गुहार लगाई गई थी। उपायुक्त हर्ष मंगला को भी आवेदन देकर अवगत कराया गया लेकिन इस पर स्थानीय विधायक सह पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर एवं जिला प्रशासन इस पुल के क्षतिग्रस्त जानकारी मिलने के बाद भी अंजान बने हुए हैं। श्री मुखिया ने कहा हमने लिखित आवेदन एवं मीडिया के माध्यम से कई बार प्रशासनिक पदाधिकारी से लेकर राज्य सरकार तक इस पुल क्षतिग्रस्त के बारे में अवगत कराया है, लेकिन इस पर अभी तक कहीं से भी कोई पहल नहीं किया गया। पिछले बरसात के पहले जिला प्रशासन द्वारा डायवर्सन बनाया गया था। जो बरसात में बह गया लोग जोखिम में जान डाल कर क्षतिग्रस्त पुल के ऊपर से आना जाना कर रहे हैं वही स्कूल के छात्र-छात्राओं को भी 10 किलोमीटर घूमकर स्कूल जाना पड़ता है।
इस पर अभी भी सरकार व जिला प्रशासन ध्यान नहीं दिया तो बाध्य होकर ग्रामीणों के साथ आमरण अनशन किया जाएगा।
पूर्व बीडीसी हासन दाग पंचायत के सुदर्शन विश्वकर्मा ने कहां की मेराल में प्रखंड व अंचल थाना एवं बीआरसी मुख्यालय है, जो दक्षिण भाग के ग्रामीण क्षेत्र हसन दाग, हडकुली, कजराठ, गेरुआ सहित इत्यादि गांव के लोग अपने निजी काम से आना पड़ता है, जो यूरिया नदी पुल का आधा भाग क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण मेराल मुख्यालय आने में काफी परेशानी हो रहा है। बरसात के दिनों में लगमा व डंडई रोड से घूम कर आना पड़ता है।
समाजसेवी गुलबास अंसारी ने कहा कि यूरिया नदी पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण मेराल आने में काफी परेशानी हो रहा है। चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों से मेराल मुख्यालय से हासनदाग, गेरुआ कजरा ठ को जोड़ने के लिए मांग रखा गया था, जो अभी तक पूरा नहीं हुआ नई सरकार से पुल कान नव निर्माण कराने के लिए इंतजार कर रहे हैं।
पूर्व मुखिया प्रत्याशी इंद्रदेव चौधरी ने कहा कि पूरी उम्मीद के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक व पेयजल स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथलेश कुमार ठाकुर से पुल के नवनिर्माण के लिए कब ध्यान देते हैं, हम लोग इंतजार में है। जो बरसात आने वाला है आए दिन घटना हो रही है इसके पहले भी एक ट्रेक्टर सीमेंट लोडिंग सहित पुल के नीचे गिर गया था और एक साइकिल सवार भी गिरकर घायल हो गया था।