गढ़वा : गढ़वा जिले में पहली बार कोई कैदी कोरोना संक्रमित पाया गया है। साथ ही एक वन विभाग का कर्मचारी भी संक्रमित हुआ है। आज गढ़वा में स्थानीय स्तर पर कोरोना संक्रमण की की गई जांच में दो लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसमें एक कैदी है, जबकि दूसरा वन विभाग का कर्मचारी है।
इसी के साथ गढ़वा में कोरोना संक्रमितों की संख्या 114 हो गई है। इसमें 105 लोग ठीक होकर अपने घर वापस चले गए हैं। जबकि 9 लोगों का इलाज अभी भी कोविड अस्पताल में किया जा रहा है।
बताया गया कि भवनाथपुर प्रखंड के अरसली दक्षिणी के वनखेता सुरक्षित वन क्षेत्र में अवैध तरीके से वन भूमि की जमीन के जोतकोड़ करते पकड़े गये कैदी की कोरोना की रिपोर्ट पॉजेटिव आने के बाद से वनकर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।
ड्यूटी में तैनात कर्मी अपने आपको रेंज ऑफिस स्थित आवास में होम क्वारन्टीन कर लिया है। इस कारण गुरुवार को सारा दिन रेंज ऑफिस के गेट में ताला बंद रहा।
बताते चलें कि बुधवार को अरसली के गार्ड दयाशंकर सिंह के नेतृत्व में टीम के सदस्यों ने केतार थाना क्षेत्र के बांसडीह निवासी को जो वर्तमान में अपने ससुराल वनखेता में आकर रहने वाले व्यक्ति को वन भूमि की जमीन को अवैध तरीके से जोतकोड़ करते पकड़कर गढ़वा न्यायालय को सुपुर्द कर दिया गया था। जेल जाने से पूर्व उक्त आरोपी का कोरोना की जांच करायी गई थी। जिसका रिपोर्ट गुरुवार को पॉजेटिव आया।
फिलहाल उक्त कैदी को स्वास्थ्य विभाग की टीम मंडल कारा से कोविड अस्पाल में शिफ्ट करने की तैयारी में जुट गई है।
सिविल सर्जन डा. एनके रजक ने कहा कि कैदी के संपर्क में आए लोगों का पहचान कर जांच के लिए उनका भी सैंपल लिया जाएगा।
जबकि मोबाइल ऑफ होने के कारण जेल प्रबंधन का पक्ष नहीं मिल सका।