रमकंडा: पदाधिकारियो से लेकर जनप्रतिनिधियों तक गुहार लगाने के बाद जब सड़क नहीं बनी। आवाजाही में परेशानी से तंग होकर ग्रामीणों अपने प्रयास से ही सड़क निर्माण करने के ठान ली और ग्रामीणों ने श्रमदान से करीब 2 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया। भंडरिया प्रखण्ड के बिजका पंचायत के रोदो गांव के निचला टोला में सड़क नहीं होने कारण ग्रामीणों को बरसात के दिनों में आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था।ग्रामीण पगडंडियों के सहारे अपने घर को जाये करते थे। इसी को लेकर ने ग्रामीणों ने गुरुवार को जेसीबी मशीन के सहारे दर्जनों के संख्या में हाथों में फावड़ा, कुदाल लेकर सड़क में उतरकर श्रमदान से सड़क का निर्माण कराया। सड़क निर्माण में लगे ग्रामीण संजय सिंह, रोहन सिंह, सोहन सिंह, जतन सिंह, ब्रह्मदेव सिंह आदि ने कहा कि आजादी के इतने दिन बीत जाने के बाद टोले में सड़क नहीं होने के आने जाने में काफी दिक्कत का सामान करना पड़ता था।
खासकर हमलोग को बरसात के दिनों में काफी कठनाई होता था। वही पगडण्डी के सहारे आना जाना किया करते थे। वही गांव में सड़क नहीं होने कारण हमलोग महत्वपूर्ण सुविधा से वंचित होना पड़ता था। वही यदि कोई ग्रामीण बीमार पड़ जाता था तो हमलोगों और भी परेशानी उठानी पड़ती थी। उसे ईलाज के लिए अस्पताल ले जाने काफी कठनाई होती थी। इसी को लेकर हम सब ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से चंदा इक्कठा कर जेसीबी मशीन के सहारे सड़क पर मिट्टी डालकर सड़क का निर्माण किया।वही सड़क निर्माण होने के बाद आस पास के गांव के लोगों ने ग्रामीणों की प्रशंसा की।