सगमा : 16 फरवरी को विद्या की देवी की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाएगी। जिसको लेकर मूर्तिकार मूर्तियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं, प्रखंड अंतर्गत बिरबल के मूर्तिकार कृष्णा विश्वकर्मा के दौरा हिंदी नो मूर्तियों के साज-सज्जा और अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है, लेकिन सरस्वती पूजा को लेकर जो मूर्ति बनाने वाले कलाकार हैं, वे खासे मायूस हैं, मूर्ति कलाकार जो लगातार प्रतिमान निर्माण करने में जुटे हुए हैं, लेकिन इन्हें उम्मीद नहीं है कि इनका जो खर्च है वह भी निकल पाएगा, मूर्तिकार कृष्णा विश्कर्मा और उनके परिवार के लोगों ने बताया कि इसके पहले हर साल मूर्तियों की एडवांस बिक्री हो जाती थी, अच्छे खरीदार मिल जाते थे, लेकिन इस बार कुछ मूर्तियां ही बिकी हैं, कोरोना काल और लॉक डाउन को लेकर और स्कूल कॉलेज बंद होने के कारण, जिसकी वजह मूर्तियों की डिमांड काफी कम हुई है, और इसका उनके व्यवसाय पर भी असर पड़ा है।