गढ़वा : गढ़वा पुलिस नक्सलियों के मंसूबे को कभी सफल नहीं होने देगी। जिस तरह से कल बूढ़ा पहाड़ के एक पगडंडी में 46 सीरीज बम लगाया गया था उसे साफ जाहिर होता है कि सुरक्षाबलों को भारी नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने ऐसा काम किया था। उक्त जानकारी गुरुवार को समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में गढ़वा पुलिस अधीक्षक श्रीकांत एस राव खोत्रे, सीआरपीएफ 172 बटालियन के कमांडेंट आशीष कुमार झा ने संयुक्त रुप से पत्रकार वार्ता करते हुए जानकारी दी है।
एसपी श्री खोत्रे ने बताया कि कल बूढ़ा पहाड़ में गढ़वा की पुलिस व सीआरपीएफ 172 बटालियन के सुरक्षाबलों के जवानों के द्वारा संयुक्त रूप से एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा था तभी एक पगडंडी पर सुरक्षाबलों ने कुछ संदेह होने का आशंका जताया सतर्क होते हुए जब सघन रूप से सर्च अभियान चलाया गया तो सीरीज 46 बम पाए गए सुरक्षा बल सतर्क हो गए और बम निरोधक दस्ता के द्वारा सभी बम को डिफ्यूज किया गया।
उन्होंने बताया कि जिस तरह से ब्लास्ट हुआ उसे साफ जाहिर होता है कि करीब 1 साल के अंदर जमीन में फिट किया गया था और सुरक्षाबलों को टारगेट करने की कोशिश की गई थी। उन्होंने बताया सुरक्षा बल मुस्तैद होकर काम कर रहे हैं बूढ़ा पहाड़ को चारों तरफ से घेर लिया गया है। नक्सली एक सीमित दायरे में रह गए हैं। उन्होंने कहा कि जोनल कमांडर विमल और उसके गिने-चुने साथी ही बूढ़ा पहाड़ पर सिमट कर रह रहे हैं।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए एसपी खोत्रे ने बताया कि जिस तरह से पुलिसिंग कार्यक्रम के तहत सुदूरवर्ती क्षेत्र के लोगों के बीच पुलिस सिलाई-कढ़ाई खेल सामग्री सहित अन्य जरूरत की चीज लोगों के बीच उनके जरूरत के हिसाब से दे रही है।
लॉकडाउन में कई राज्यों से सुदूरवर्ती क्षेत्र के स्थानीय लोग वापस आए हैं जिन पर नजर है और उन्हें भी उनकी जरूरत के हिसाब से सरकार के योजनाओ के बिषय में जागरूक किया जा रहा है उन्होंने कहा कि पहले की अपेक्षा अब बूढ़ा पहाड़ सहित विभिन्न जगहों पर लोग जागरूक हो रहे हैं।
जानकारी देते हुए एसपी ने बताया कि कल करीब 11:00 बजे सीरीज बम का पता चला और 2:00 से 3:00 के बीच बम को डिफ्यूज किया गया उन्होंने कहा कि सर्च अभियान और एंटी नक्सल अभियान आगे भी जारी रहेगा।