बंशीधर नगर : प्रखण्ड के गरबाँध पंचायत के मुखिया द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र भवन पर विगत कई वर्षों से अवैध कब्जे का मामला प्रकाश में आया है। यह मामला तब प्रकाश में आया जब गरबाँध पंचायत के पाटगढ़ टोला के ग्रामीणों ने अनुमंडल पदाधिकारी को इस संबंध में लिखित आवेदन दिया।
ग्रामीणों ने आवेदन में लिखा है कि वर्ष 2007-08 में स्थानीय विधायक भानु प्रताप शाही के द्वारा उक्त आंगनबाड़ी केंद्र बनवाया गया था। उस समय गरबान्ध में एक भी आंगनबाड़ी भवन नहीं था। भवन पर गरबान्ध पंचायत के मुखिया सोहन उरांव का कब्जा है। ग्रामीणों द्वारा जब भवन को खाली करने के लिए कहा जाता है तो वे कहते हैं कि जहां भी जाना है, जाइये मैं भवन खाली नहीं करूंगा।
ग्रामीणों ने अपने लिखित आवेदन में अनुमंडल पदाधिकारी से आंगनबाड़ी केंद्र को खाली कराने का अनुरोध किया है। आवेदन में चरित्र उरांव, मीना देवी, मूर्ति देवी, इंद्रावती देवी, धनेश्वर उरांव, सुनील उरांव, शम्भू राम, मुन्ना देवी, श्यामलाल एक्टर, नर्मदा उरांव, बलभद्र राम, देव नाथ राम सहित लगभग 200 ग्रामीणों के नाम शामिल है।
गरबाँध पंचायत के पाटगढ़ टोला स्थित आंगनबाड़ी सेविका सीमा देवी ने बताया कि वर्ष 2016 में मेरा चयन है। कुछ माह बाद ही आंगनबाड़ी भवन स्वीकृत हुआ था। तब से आज तक मैं इसी भवन पर कार्य कर रही हूँ। जिस भवन की बात की जा रही है, उसके बारे में मुझे कोई जानकारी नही है।
गरबाँध पंचायत के मुखिया सोहन उरांव ने इस संबंध में बताया कि यह सच है कि वर्ष 2007-08 में आंगन बाड़ी केंद्र के भवन निर्माण के लिए एनआरईपी से लगभग दो लाख रुपये स्वीकृत किया गया था।
लेकिन कार्य के दौरान मात्र 30,000 (तीस हजार) रुपये का भुगतान किया गया। फिर आज तक कोई भुगतान नहीं किया गया। अगर भुगतान प्राप्त हुआ होता तो भवन विभाग को देना मजबूरी होती। जब कि ऐसा हुआ नहीं। फिर मैंने अपना पैसा लगा कर कार्य पूरा किया। उन्होंने बताया कि आज तक उक्त भवन के संबंध में किसी ने नहीं पूछा। भवन बना हुआ है, मेरा भुगतान हो जाएगा तो मैं भवन विभाग को हैंड ओवर कर दूंगा।
इस संबंध में सीडीपीओ रीना साहू ने बताया कि ऐसे किसी भवन के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। फिर भी मैं पता करने की कोशिश करूंगी।