रंका : ऐतिहासिक ठाकुरबाड़ी मंदिर में एक पखवाड़ा पूर्व एकांतवास में गए भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा के साथ सोमवार को वापस लौटे। राज पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चार एवं शंख ध्वनि के बीच भगवान के कक्ष का पट्ट खोला। तत्पश्चात विशेष पूजन श्रृंगार एवं महाआरती के पश्चात भगवान को विशेष व्यंजन भोग अर्पित किया गया। इस मौके पर दर्जनों की संख्या में उपस्थित भक्तों ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए भगवान के अलौकिक मनोहारी रूप का दर्शन कर स्वयं को कृतार्थ किया। विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए लगाए गए अनलॉक फेज वन के निर्धारित मानदंडों के अनुरूप इस वर्ष भगवान जगन्नाथ को रथयात्रा नहीं निकाली जाएगी।
मगर संपूर्ण पूजन व वैदिक विधान पूर्व की भांति संपादित कराए जाएंगे। इस बाबत रंका ठाकुरबाड़ी के सेवइत राजा कुमार गोवर्धन प्रसाद सिंह ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण को देखते हुए केंद्र व राज्य सरकार के निर्देश के अनुरूप भगवान की रथयात्रा नहीं निकाली जाएगी। मगर सभी पूजन कृत्य परंपरागत तौर पर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए संपादित कराए जाएंगे। मंगलवार को राजपुरोहित द्वारा भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा का विशेष पूजन तथा महाआरती के पश्चात विशेष व्यंजन भोग अर्पित किए जाएंगे। बुधवार से आचार्य पंडित भोलानाथ पांडेय शास्त्री द्वारा भगवान को श्रीमद्भागवत महापुराण का सस्वर पाठ सुनाया जाएगा। जो अगले मंगलवार को संपन्न होगा तथा हवन एवं आरती के पश्चात अनुष्ठान संपन्न होगा।
इस बाबत अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि रथयात्रा को ले प्रशासनिक तौर पर किसी तरह का कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किया गया है। इसलिए रंका में रथ यात्रा कार्यक्रम स्थगित रहेगा। वैसे अनलॉक फेज वन की सफलता के लिए रंका पुलिस के जवान लगातार सतर्कता बरतते हुए अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान बने हुए हैं।