गढ़वा: ईद जिसका इंतजार इस्लाम समुदाय के लोग महीनों से करते हैं।रमजान महीने के रोजे के बाद ईद की खुशी मनाने के लिए परिधान से लेकर लजीज व्यंजन तक का इंतजाम जरूरी है।
मगर इस वैश्विक महामारी करोना के संकट ने मानों ईद के त्यौहार पर ग्रहण ही लगा दिया। ग्रहण ऐसा कि ना तो मार्केट में ग्राहक है और न ही लोगों में ईद का वैसा उत्साह जिस के रंग में बच्चे, बूढ़े, जवान, पुरूष और महिला पूरी तरह से सराबोर नजर आया करते थे। ईद क्या आई मानो इनकी जिंदगी में एक नया रंग भर गया।
मगर कोरोना के इस दौर में हालत यह है कि गढ़वा के मझिआंव मोड़ समेत शहर के विभिन्न इलाकों में लोगों ने बड़ी हिम्मत जुटाकर सेवइ टोपी फ्रूट्स की दुकानें तो इस उम्मीद के साथ सजाया कि शायद सोशल डिस्टेंसिंग के दायरे में ही सही ग्राहक तो आएंगे, मगर पूरे दिन इंतजार करते रहे पर ग्राहक इक्के दुक्के ही नजर आए सुनिए ईद बाजार को लेकर लोगों ने क्या कहा-