गढ़वा : 21 जून को दिखने वाला खंड सूर्य ग्रहण गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक होगा। इस दौरान महिलाओं को घर से बाहर निकलने में परहेज करना चाहिए। साथ ही उन्हें ग्रहण के दौरान सोना भी नहीं चाहिए। इसका उनके व उनके होने वाले बच्चे के सेहत पर असर पड़ सकता है। आषाढ़ कृष्ण पक्ष अमावस्या दिन रविवार को यह खंड सूर्य ग्रहण लग रहा है। यह मृगशिरा नक्षत्र के मिथुन राशि पर है। जिसका समय भारतीय समयानुसार दिन के 10:34 से प्रारम्भ होकर 12:18 पर मध्य व 14:04 पर मोक्ष को प्राप्त होगा। मेष, सिंह, कन्या एवं मकर राशि के लिए यह सूर्य ग्रहण शुभ है। जबकि वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, कुम्भ, एवं मीन राशि के लिए कष्टकारी होगा। सूर्य ग्रहण काल के 12 घंटे पहले से ही सूतक लग जाता है।
ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को हो सके तो मंत्र का जाप करना चाहिए। महिलाएं रामचरित मानस, पुराण जैसे धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन भी कर सकती हैं। ग्रहण जिसके लिए हानिकारक है उन्हें ग्रहण काल मे बाहर निकलना, यात्रा एवं ग्रहण देखने से बचना चाहिए। ग्रहण काल मे ॐ नमो भगवते वासुदेवाय, ॐ नमो नारायणाय या ॐ नमःशिवाय जैसे मंत्रों का जाप करना चाहिए। ग्रहण के बाद गंगाजल मिश्रित जल से स्नान कर अन्न वस्त्र द्रव्य आदि अपने शक्ति के अनुसार दान करना चाहिए। जनेऊधारी को ग्रहण के उपरांत स्नान के समय जनेऊ भी बदलना चाहिए।
जुड़वनियां मंदिर में होगा विशेष पूजा का आयोजन :
खंड सूर्य ग्रहण के उपरांत दानरो नदी के तट पर स्थित जुड़वनियां शिव मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन किया गया है।
इसकी जानकारी देते हुए समिति के लोगों ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से मुक्ति को लेकर मंदिर में ग्रहण के उपरांत पूजा पाठ का आयोजन किया गया है। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष ख्याल रखा जाएगा। मंदिर में पुरोहित के अलावे एक यजमान के द्वारा पूजा की जाएगी। शेष श्रद्धालु मंदिर के बाहर रहेंगे। पूजा के उपरांत बारी - बारी से श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश कर भगवान का दर्शन वह पूजा कर सकेंगे।