गढ़वा : ₹73 करोड़ से अधिक का भुगतान लंबित, 15 जून से शुरू हो चुकी है खेती की तैयारी
गढ़वा जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति इन दिनों गंभीर संकट से गुजर रही है। 15 दिसंबर 2024 से प्रारंभ हुए धान अधिप्राप्ति अभियान के तहत गढ़वा जिले के 52 पैक्स एवं किसान उत्पादक संगठन (FPO) केंद्रों के माध्यम से 3647 किसानों से कुल 3,04,974.31 क्विंटल धान की खरीद की गई थी। इसके एवज में बोनस समेत ₹24 प्रति किलोग्राम की दर से कुल ₹73,19,38,344.00 का भुगतान किया जाना था, लेकिन अब तक किसानों को प्रथम किस्त की राशि भी नहीं मिली है।
गढ़वा जिले के 3647 किसानों को धान विक्रय की राशि अब तक नहीं मिली, खेती-बाड़ी पर संकट के बादल
₹73 करोड़ से अधिक का भुगतान लंबित, 15 जून से शुरू हो चुकी है खेती की तैयारी
किसानों की आर्थिक स्थिति दयनीय, तत्काल भुगतान की मांग
सरकारी योजना के तहत गढ़वा जिले से पांच चावल मिलों को टैग किया गया है, जिनमें से अब तक कुल 2,13,596.55 क्विंटल धान भेजा जा चुका है।
15 जून से खेती का समय, किसान खाद-बीज खरीदने में असमर्थ
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए यह बताना आवश्यक है कि 15 जून से खरीफ फसलों की बुआई का समय प्रारंभ हो गया है। लेकिन धान की राशि नहीं मिलने के कारण किसान खाद और बीज जैसी जरूरी चीजों की खरीदारी नहीं कर पा रहे हैं। परिणामस्वरूप जिले में खेती-बाड़ी की गतिविधियों पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका बढ़ गई है।
किसानों की आर्थिक स्थिति दयनीय, तत्काल भुगतान की मांग
किसानों की ओर से यह मांग की जा रही है कि राज्य सरकार एवं संबंधित विभाग इस समस्या को गंभीरता से लें और शीघ्र भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
संबंधित अधिकारियों से अनुरोध
स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से यह अपील की जा रही है कि वे इस विषय पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करें और तत्काल प्रभाव से किसानों को उनका बकाया भुगतान दिलाने हेतु आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें।