गढ़वा : सरकारी हैंडपंपों का निजी इस्तेमाल दंडनीय, दोबारा शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज होगी
गढ़वा। सदर अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) संजय कुमार ने मेराल प्रखंड के बाना गांव में तीन सरकारी चापाकलों से जुड़े निजी मोटरों को हटवाया। यह कार्रवाई व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर पर प्राप्त शिकायत के आधार पर की गई। एसडीएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकारी हैंडपंपों पर निजी मोटर लगाकर सिंचाई या खेती करना दंडनीय अपराध है।
उन्होंने संबंधित लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति हुई तो संबंधित मोटरों को जब्त कर उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
अतिक्रमण मुक्त होंगे हैंडपंप, बीडीओ व अभियंता को निर्देश
एसडीएम संजय कुमार ने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता और सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों (बीडीओ) को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में सरकारी चापाकलों का सर्वेक्षण कराएं। यदि कहीं अतिक्रमण या निजी कब्जा मिलता है, तो उसे हटवाना सुनिश्चित करें या अंचल अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर कब्जा मुक्त कराएं, अन्यथा अनुमंडल कार्यालय को इसकी सूचना दें।
पेयजल संकट वाले जिले में हैंडपंप जीवन रेखा
एसडीएम ने कहा कि गढ़वा जिला पहले से ही पेयजल संकट से जूझ रहा है, ऐसे में सरकारी चापाकल आमजन की ज़रूरत का अहम साधन हैं।
स्थानीय लोगों ने जताया आभार
इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे। उन्होंने एसडीओ की त्वरित पहल की सराहना की और सरकारी संसाधनों की सुरक्षा के प्रति उनकी संवेदनशीलता को सराहा।