भवनाथपुर : प्रखंड अंतर्गत कार्यरत मनरेगा कर्मियों के हड़ताल पर जाने से प्रखंड में मनरेगा कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। एक तरफ नए योजनाओं की स्वीकृति नहीं हो रही है, तो दूसरी तरफ स्वीकृत योजनाओं में भी डिमांड नहीं लग पा रहा है। डिमांड नहीं लगने के कारण मनरेगा मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है, जिससे वे पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं।
मकरी पंचायत के अजय राम ने बताया कि उनका कूप खुदाई का काम हो चुका है, लेकिन मनरेगा कर्मियों के हड़ताल पर जाने से डिमांड नहीं लग पा रहा है, जिससे कूप बांधने का कार्य प्रभावित हो रहा है। बरसात का मौसम है, और अगर बारिश हो गई तो कूप ध्वस्त हो जाएगा।
कैलान निवासी सुरेंद्र यादव ने बताया कि वे पिछले दस दिनों से प्रखंड कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हड़ताल के कारण मनरेगा कर्मियों से मुलाकात नहीं हो पा रही है, जिससे उनका कार्य बाधित हो रहा है।
मकरी पंचायत के विश्वम्भर ने कहा कि मनरेगा कर्मियों के हड़ताल पर जाने से प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा कार्य बुरी तरह प्रभावित है। सरकार से अपील है कि वह मनरेगा कर्मियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए उन्हें पूरा करे, ताकि क्षेत्र में पुनः मनरेगा कार्य बहाल हो सके।
इस हड़ताल ने क्षेत्र में विकास कार्यों को ठप कर दिया है और मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा कर दिया है। स्थानीय लोग सरकार से शीघ्र समाधान की मांग कर रहे हैं।