रमना : सिलीदाग पंचायत के दूधवनिया टोला में मोहर्रम मिलनी जुलुस में शामिल मुसलमानों ने खूब उपद्रव मचाया और एक हिन्दू युवक को जान से मारने की कोशिश की।
घटना की जानकारी पर पुलिस प्रशासन और जिप अध्यक्ष शांति देवी ने पहुंच कर भीड़ को तीतर-वितर किया। उक्त घटना स्थल पर सिलीदाग पंचायत भागोडीह पंचायत के मुसलमानों द्वारा ताजिया-सिपड और अखाडा का मिलनी होता है। जिसके लिए प्रशासन नें उक्त जगह को हिन्दुओं को बोलकर साफ-सफाई करा दिया था और वहां के हिन्दुओं नें खुशी से साफ सफाई कर दिया था। उक्त स्थल के बगल में हिन्दुओं का घर है, हिन्दू लोग अपने घर के बगल में घोरानी किये थे जिसे मुसलमानो द्वारा उखाड़ कर तहस-नहस किया जा रहा था।
चूंकि ये लोग काफी संख्या में थे और उस घर के पुरुष घर पर नहीं थे, जिससे भयभीत होकर घर के महिलायें चुप-चाप घर में थे। इस घटना का विडियो हिन्दू युवक जितेंद्र कुमार बना रहा था, इसी बात पर मुसलमानो ने उसे घेर कर धारदार चीज से जानलेवा हमला किया। जो उसके कनपटी में लगा। इसके बाद वह गिर गया और मुसलमानों ने लात-मुक्का से खूब पीटा और मोबाइल छीन लिया और युवक को पीटता देख परिचित महिलाओं नें अपने जान पर खेल कर बचाया और घर में ले जाकर जान बचायी।
घटना स्थल पर विधि-व्यवस्था हेतु एक एएसआई और एक गृह रक्षक की प्रतिनियुक्ति हुई थी, जो घटना को देख कर दुम दबा कर गायब हो गये। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने घटना स्थल पर मौजूद अखबार के संवाददाता को गाली-गलौज कर, मारने और मोबाइल छिनने का प्रयास किया।
घायल युवक का उपद्रवियों द्वारा छिना गया मोबाइल फोन के सारा फोटो विडिओ को डिलीट कर एक छोटे बच्चे के द्वारा भेज दिया। इस घटना से ऐसा प्रतीत होता है कि यह एक सोची समझी साजिश थी क्योंकि युवक को लोग पिट रहे थे भगदड़ मच गयी थी छोटे बच्चे महिलाये भाग रही थी, लेकिन डीजे बंद नहीं हुआ, युवक को पीटने के बाद भी बड़े आराम से खेल तमासा चालू हो गया।
घटना स्थल पर पहुंचे पुलिस उपाधीक्षक सतेंद्र नारायण सिंह, पुलिस निरीक्षक रत्न कुमार सिंह और रमना थाना प्रभारी असफाक आलम ने घटना की जानकारी लिया और पीड़ित युवक को आश्वासन दिया कि घटना के दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी तब जाकर मामला शांत हुआ। इस दौरान मिलनी स्थल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था।