रमना : क्षेत्र के लिए पलायन केवल समस्या ही नहीं है, एक भयंकर अभिशाप भी बन गया है। गत दिन पहले ही बहियार खुर्द पंचायत के सीरियाटोंगर के मजदूरी करने जा रहे पांच मजदूरों का टेम्पू-हाइवा के टक्कर में मौत हो गयी। आये दिन दूसरे राज्यों में कमाने गये गरीब मजदूरों का शव आते रहता है। लेकिन इस क्षेत्र के जनता और जनप्रतिनिधि दोनों ही पता नहीं किस बेवसी का शिकार है कि पलायन के रोकथाम के लिए कोई आवाज ही नहीं उठाते।
पलायन को विवश सिलीदाग पंचायत के 43 वर्षीय मजदूर शम्भू राम पिता स्व. पच्चू दुसाध मजदूरी करने के लिए जा ही रहे थे कि सिकंदराबाद के जोड़िबाटारा रेलवे स्टेशन से चार अप्रैल 2024 को गायब हो गये, जिसका अभी तक कोई अता-पता नही चला है।
गुमसुदगी की सूचना सिकंदराबाद के सम्बंधित थाना में दे दिया गया था। लापता शंभू राम के एक पुत्र है जो उस दिन साथ ही मजदूरी करने जा रहा था उसने अपने स्तर से काफी खोजबीन किया, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया, उक्त मजदूर को लापता हुए करीब दो माह होने को है। पत्नी और पुत्र किसी अनहोनी होने की शंका में बहुत परेशान और दुखी है।