भवनाथपुर : भवनाथपुर के सिंघीताली मुख्य पथ के बगल में मुस्कयनी पहाड़ पर एक दशक पूर्व वन विभाग द्वारा लगाए गए हजारों हरे पेड़, विभागीय लापरवाही के चलते काटे जा रहे हैं। ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद वन विभाग इस कटाई को रोकने में असफल रहा है। कुछ लोगों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है, लेकिन हरे पेड़ों की कटाई अब भी जारी है।
ग्रामीण प्रमोद दुबे, राकेश कुमार, रमेश राम, राजू कुमार, धर्मेंद्र कुमार, अख्तर अंसारी, और इबरान अंसारी ने बताया कि अहले सुबह, दोपहर या जब अंधी-तूफान आता है, तो लोग इस पहाड़ी पर लगे खैर, शीशम और सीधा की लकड़ी काट कर जलावन या अन्य निजी कार्य के लिए ले जाते हैं। अब तक हजारों पेड़ इस पहाड़ी से काटे जा चुके हैं।
कई बार ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मियों को सूचित किया, लेकिन कर्मी अक्सर जिला से बाहर होने का बहाना बनाकर टाल देते हैं, जिससे दिन-प्रतिदिन हरे पेड़ काटे जा रहे हैं।
बताते चलें कि एक दशक पूर्व वन विभाग द्वारा इस पहाड़ी पर लगभग दस हजार पौधे रोपण किए गए थे, जिनमें खैर, शीशम, सीधा, चकबंदी और चीड़ जैसे पौधे अब पेड़ का रूप ले चुके हैं। पहाड़ी के तीन ओर बसे गांव के लोगों द्वारा ही इन पेड़ों की कटाई की जा रही है।
इस बाबत वन रक्षी अनूप सिंह ने बताया कि हरे पेड़ काटे जाने की शिकायत पर कई बार कुछ लोगों पर कानूनी कार्रवाई की गई है। पहाड़ी के आसपास रहने वाले लोग वन क्षेत्र को अतिक्रमण कर रहे हैं और चोरी-छिपे पेड़ों की कटाई कर रहे हैं।