गढ़वा : गढ़वा प्रखंड प्रमुख विमला देवी के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मत विभाजन में प्रखंड प्रमुख को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी।
इस बीच प्रखंड परिसर सहित बाहरी भाग में कई बार वाक्य युद्ध की स्थिति बनती-बिगड़ती रही। विपक्षियों में काफी उत्साह देखा गया। शांति व्यवस्था बहाल करने के उद्देश्य से काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। अविश्वास प्रस्ताव की सभी कार्रवाई एसडीओ विजय कुमार के नेतृत्व में की गई बैठक में करीब 12 बजे तक 29 सदस्य उपस्थित हो गए। 12 बजे से कार्यवाही शुरू की गई। सबसे पहले प्रमुख विमला देवी के खिलाफ लगाए गए आरोप को पढ़ कर सुनाया गया मत विभाजन वोटिग के जरिए किया गया। 31 सदस्य वाली पंचायत समिति में से प्रमुख विमला देवी सहित 30 सदस्यों ने बैठक में शामिल हुए प्रमुख को छोड़ 29 पंचायत समिति सदस्य अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया।
मतदान के बाद मतों की गिनती एसडीओ द्वारा किया गया। 29 पंचायत समिति सदस्यों के हुए मतदान में 25 पंचायत समिति सदस्यों ने प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की पक्ष में मतदान किया एसडीओ विजय कुमार द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पारित होने तथा वर्तमान प्रमुख विमला देवी को अपदस्थ होने की घोषणा की गई। इस दौरान एसडीओ ने बताया कि रिपोर्ट उपायुक्त को सौप जाएगा, उसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग से निर्देश मिलने पर नए प्रमुख का चुनाव किया जाएगा।
प्रमुख विमला देवी के अविश्वास के खिलाफ चल रहे मतदान के दौरान राजनीतिक सर गर्मी भी देखी गई सत्ता पक्ष के तमाम दिग्गज नेता एसडीओ कार्यालय पहुंचे लेकिन तैनात मजिस्ट्रेट के द्वारा सभी नेताओं को अंदर जाने से मना कर दिया गया।
इसके बाद दिनभर सत्ता पक्ष के नेता प्रमुख विमला देवी की कुर्सी बचाने में जी जान से लगे रहे। वहीं एसडीओ कार्यालय में भाजपा के लोग भी उपस्थित होकर तमाम चुनाव प्रक्रिया की गतिविधियों पर नजर रखते दिखे।