गढ़वा : रविवार को सदर थाना गढ़वा में पुलिस के जवान रमेश उरांव के साथ थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत एवं प्रचारी अवर निरीक्षक स्वामी रंजन ओझा के द्वारा मारपीट किए जाने के मामले को लेकर आज दिन भर पुलिस महकमे में भारी सरगर्मी छाई रही।
एक तरफ जहां इस मामले को पैचप करने के लिए पुलिस मेंस एसोसिएशन की ओर से जिला अध्यक्ष रवि कुशवाहा तथा ऑफिसर्स मेंस एसोसिएशन की ओर से जिलाध्यक्ष आनंद राज खलखो दिनभर मोर्चा संभाले रहे। वहीं दूसरी ओर प्रदेश से आए पुलिस मेंस एसोसिएशन के अधिकारियों ने इनके खेल को बिगड़ते हुए पूरे मामले को मीडिया से लेकर डीआईजी तक हाईलाइट कर दोषी पुलिस के अधिकारियों पर कार्रवाई कराने के लिए सक्रिय दिखे।
कल की घटना को लेकर दरअसल आज सुबह से ही पुलिस महकमा में भारी हलचल देखा गया जवान की पिटाई किए जाने से पुलिस मेंस एसोसिएशन की झारखंड इकाई खासा नाराज है। इस मामले को लेकर आज पुलिस मेंस एसोसिएशन के केंद्रीय महासचिव रमेश उरांव के नेतृत्व में झारखंड प्रदेश के सह महामंत्री शंकर तिवारी तथा प्रदेश कोषाध्यक्ष देव मुंडा की एक टीम गढ़वा पहुंची टीम में शामिल पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने एसोसिएशन के गढ़वा कार्यालय में पहले बैठक की। इसके पश्चात घायल जवान से मिलने सदर अस्पताल पहुंचे।
घायल जवान से मिलने के बाद पूरे मामले पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वे लोग पुलिस अधीक्षक गढ़वा से मुलाकात कर दोषी पुलिस पदाधिकारियों को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई करने की मांग करेंगे।
इस संबंध में एसोसिएशन के प्रदेश सहायक महासचिव श्री तिवारी ने साफ कहा की छुट्टी के मामले में पूरे झारखंड में हमारे कई जवान आत्महत्या कर चुके हैं तथा गोली तक खा चुके हैं। इसीलिए बड़ी परेशानी है। उन्होंने गढ़वा में आरक्षी रमेश उरांव के साथ घटी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया तथा कहा कि एकीकृत बिहार में भी अभी तक ऐसी घटना नहीं घटी थी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से छुट्टी लेने गए हमारे जवान के साथ मारपीट किया गया, यह दुर्भाग्यपूर्ण है तथा इस घटना की जितनी भी निंदा किया जाए कम होगा।
इधर इस मामले में कल रात से ही एक्शन में आए पुलिस अधीक्षक गढ़वा श्रीकांते एस राव खोतरे के कार्रवाई से जिसमें दोनों पुलिस पदाधिकारियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है, साफ हो गया है कि पुलिस विभाग इस मामले को लेकर पहले से ही गंभीर है।
पूरे मामले की जांच की जिम्मेवारी भी मुख्यालय डीएसपी दिलीप खलखो को मिली है। श्री खलखो ने जांच की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि जो भी घटना घटी है, पूरे मामले की जांच पूछताछ कर किया जा रहा है।
इधर कल घटी मारपीट की घटना से आज गढ़वा पुलिस पूरी तरह से बैकफुट पर दिखी। साथ ही चाहे जैसे भी हो पूरे मामले को पैचप करने के मूड में दिखी। पूरे मामले को सामान्य करने के लिए पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि कुशवाहा तथा ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सार्जेंट मेजर आनंद राज खलखो ने मोर्चा संभाली। दोनों ओर से संयुक्त प्रेस वार्ता कर मीडिया वालों को बतलाया गया की जवानों एवं अधिकारियों के बीच किसी भी तरह का टकराव तथा दुराव नहीं है।
हम सभी परिवार के सदस्य हैं।
पत्रकार वार्ता में पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि कुशवाहा का कल का सूर पूरी तरह से बदला हुआ था। उनसे जब पत्रकारों ने तीखे सवाल किए की, उन्होंने पुलिस अधिकारी स्वामी रंजन ओझा के साथ क्या मारपीट किया था? तो उन्होंने इससे साफ इनकार किया। जबकि पुलिस ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद राज खलखो ने भी कहा कि कल थाना में पहुंचने से पहले दोनों पक्षों में क्या हुई? उन्होंने नहीं देखा। मगर जब वे पहुंचे थे तो, दोनों तरफ से तू - तू, मैं - मैं हो रही थी।
कुल मिलाकर आज पूरे दिन पुलिस महकमा कल घटी घटना को सामान्य करने की कोशिश में जुटा रहा, चुकी पुलिस अधीक्षक की ओर से बड़ी कार्रवाई करते हुए, आरोपी थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत तथा स्वामी रंजन ओझा को लाइन हाजिर किया जा चुका था, इसलिए पुलिस के जवानों का गुस्सा ठंडा हो चुका था।
मगर एक तरह से सामान्य हो रहे इस मामले में पुलिस मेंस एसोसिएशन झारखंड प्रदेश के पदाधिकारियों की टीम जो गढ़वा आई थी, उसने अपने कड़े तेवर दिखाते वे इस मामले को गरमा दिया है, तथा गढ़वा पुलिस की इस मामले को प्रदेश तक पहुंचा दिया है। क्योंकि प्रदेश के नेताओं का कहना था कि पुलिस के जवान रमेश उरांव के साथ घटी घटना निंदनीय है तथा एसोसिएशन न्याय के लिए के गढ़वा एसपी तथा पलामू के डीआईजी से मुलाकात कर दोषी अधिकारियों पर निलंबन एवं विभागीय कार्रवाई की मांग करते न्याय दिलाकर कर रहेगा।