बंशीधर नगर :
पाल्हे-जतपुरा में चल रहे श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ के चौथे दिन अभूतपूर्व भीड़ उमड़ पड़ी। जिससे यज्ञ स्थल के साथ पूरे शहर में जनसैलाब जैसा दृश्य रहा। लाखों लोगों के यज्ञ स्थल पहुंचने का अनुमान रहा। अहले सुबह से ही देश के विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था जो देर शाम तक चलता रहा। श्रद्धालु यज्ञ मंडप के परिक्रमा के बाद यज्ञ में आये साधु संत का आशीर्वाद लेते रहे। वहीं यज्ञ मंडप में 305 कुंडों पर बैठे यजमानों के आहुति देते हुए स्वाहा की आवाज से क्षेत्र गुंजयमान हो रहा था। वैदिक मंत्रोच्चार से भक्ति का सागर उमड़ रहा था। परिक्रमा के दौरान कई एकड़ में बने यज्ञ मंडप छोटा पड़ जा रहा था।
महिलाओं की उपस्थिति सबसे अधिक रही। पुलिस प्रशासन को भीड़ नियंत्रित करने में पसीने छूट गए। वोलेंटियर भी लोगों को व्यवस्थित करने में लगे रहे।
वही यज्ञ स्थल पर कई स्थानों पर भजन कीर्तन का दौर लगातार चलते रहा। कोलकाता से आये मंडली द्वारा अखंड कीर्तन किया जा रहा था। प्रसाद वितरण केंद्र पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। देश के महान संत पूज्य श्री जीयर स्वामी महाराज के सानिध्य में महायज्ञ हो रहा है। महायज्ञ का समापन 28 अक्टूबर को होना है।
*पुलिस रख रही थी विशेष नजर*
महायज्ञ में चौथे दिन उमड़ी भीड़ अभूतपूर्व था। प्रशासन व यज्ञ समिति जे अनुमान से काफी अधिक लोग यज्ञ में पहुंचे। जिसके कारण पुलिस द्वारा अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ी।
भारी भीड़ के कारण कुछ चैन स्नैचर के भी यज्ञ में शामिल होने की बात सामने आई। जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था को और चाक चौबंद किया गया। वाच टावर से दूरबीन द्वारा पुलिस भीड़ पर नजर बनाए रख रही थी। वहीं भीड़ भाड़ वाले इलाके में महिला पुलिस की अतिरिक्त तैनाती करनी पड़ी। एसडीपीओ प्रमोद कुमार केशरी, पुलिस इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह, भवनाथपुर इंस्पेक्टर कृष्णकांत, थाना प्रभारी नीतीश कुमार सिंह के अलावे दर्जनों पुलिस अधिकारी सुरक्षा को लेकर मुस्तैद रहे।
*स्वास्थ्य शिविर में भी दिन भर होते रहा इलाज*
महायज्ञ के चौथे दिन भारी भीड़ के कारण कई लोगों की तबियत बिगड़ गयी। जिस कारण यज्ञ परिसर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए गए स्वास्थ शिविर में बड़ी संख्या में लोग इलाज कराने पहुंचे।
अनुमंडलीय अस्पताल द्वारा स्वास्थ्य टीम बनाकर कैम्प में बारी-बारी से ड्यूटी कराई जा रही थी। वही गंभीर रूप से बीमार लोगों के लिए अनुमंडलीय अस्पताल द्वारा 2 एम्बुलेंस की व्यवस्था यज्ञ स्थल पर की गई थी। इसके अलावे श्री त्रिदंडी देव सेवा आश्रम ट्रस्ट द्वारा भी स्वास्थ्य शिविर लगाया गया था। यहां भी काफी भीड़ रही।
*अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद का आयोजन*
शुक्रवार को लक्ष्मीनारायण महायज्ञ के चौथे दिन यज्ञ स्थल पर अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद का आयोजन किया गया। धर्म संसद में देश के महान धर्माचार्य मौजूद रहे। धर्म संसद में कांचीपुरम के पूज्य पाद गादी स्वामी जी महाराज, बालक स्वामी जी महाराज, बिहार के पूर्व डीजीपी जगद्गुरु गुप्तेश्वर गोविंदाचार्य महाराज, इस्कॉन के प्रमुख, स्वामीनारायण मंदिर मुंबई के भक्ति प्रकाश दास, अक्षरधाम मंदिर के श्यामनारायण महाराज, स्वामी सत्यप्रकाश दास जी, शास्त्री स्वामी हरिओम प्रकाश दास जी, शास्त्री स्वामी श्री स्वरूप दास जी सहित सनातन व जैन धर्म के कई धर्मगुरु मौजूद रहे।
वहीं झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख, मिथिलेश ठाकुर,
पूर्व केंद्रीय मंत्री सह राष्ट्रीय लोक जनता दल के केंद्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा, विधायक सरयू राय, रामचन्द्र चंद्रवंशी, भानू प्रताप शाही, बिहार के विधान पार्षद जीवन कुमार, अशोक सिंह, पीएचइडी के प्रधान सचिव मनीष रंजन, पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी, पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव, डीसी शेखर जमुआर, एसपी दीपक पांडेय, युवा समाजसेवी दीपक प्रताप देव सहित अन्य लोग धर्म संसद में मंचासीन रहे।
*महान संतो के विचारों को जीवन मे उतारने की जरूरत: उपेन्द्र कुशवाहा*
धर्म संसद में पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि स्वामी जी का जहां भी कार्यक्रम होता है मैं जरूर जाता हूँ।
यहां का दृश्य देखकर मैं देखकर चकित हूं। कई किलोमीटर में सिर्फ लोग ही नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यज्ञ सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नही है। यह जीवन जीने का सही मार्ग भी बताता है। यज्ञ के आयोजन का अर्थ यहां से मिले अमृतवाणी संदेश को अपने जीवन मे उतारना है। सेवा भाव विकसित करना है। अपने बुजुर्गों का सम्मान करना है। तभी यज्ञ की साथर्कता होगी। यहां देश के कोने-कोने से धर्म गुरु आये हैं। उनके विचारों को जीवन मे उतार कर लोगों की सेवा के साथ राष्ट्र की प्रगति कर सकते हैं।
*सही मार्ग और ईश्वर की प्राप्ति का रास्ता बताते हैं धर्म गुरु: मिथिलेश*
धर्म संसद में शामिल होने आए सूबे के पीएचईडी मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि यहां आकर और यहां लोगों का धर्म के प्रति आश्था देखकर मैं काफी खुश हूं।
यहां लोगों की संख्या का अनुमान लगाना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि हम लोग राजनीति में हैं और राजनीति का का भी एक धर्म है। धर्म एक आस्था है। राजनीति को धर्म से अलग रखना चाहिए। ईश्वर सभी लोगों को मानव बनाकर धरती पर भेजते हैं लेकिन धरती पर आकर धर्म, जाति बदलता है। उन्होंने कहा कि स्वामी जीयर स्वामी जी महाराज की जीवन शैली देखकर लगता है कि वो साक्षत भगवान हैं। इस युग मे आजतक मोबाइल, टीवी का प्रयोग नही करना, मीडिया को इंटरव्यू नही देना, 24 घण्टे में एक बार सिर्फ नारियल पानी और दूध पीकर रह जाना यह सिर्फ महापुरुष ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भी यहां आने वाले थे लेकिन माता की तबियत खराब होने के कारण नही आ सके।
*सनातन कल भी प्रासंगिक था, आज भी है और कल भी रहेगा: बादल पत्रलेख*
मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में धर्म संसद में शामिल होने आए सूबे के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि सीएम के निर्देश पर महाकुंभ में आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
मैं देवघर से हूं। बाबा भोले का सेवक हूं। सावन में वहां भक्तों का सैलाब देखता हूँ। लेकिन यहां का सैलाब अपने आप मे अनोखा है। लोग खुद चलकर इस समागम में शामिल होने आए हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म हमे सही जीवन जीने का तरीका बताता है। सनातन कल भी प्रासंगिक था, आज भी है और कल भी रहेगा।
*राजनीति धर्म के बिना सुना है: सरयू राय*
धर्म संसद में शामिल होने आए जमशेदपुर विधायक सरयू राय ने कहा कि राजनीति धर्म के बिना सुना है। धर्म दीर्घकालिक राजनीति है। राजनीति समेत समस्त कार्य धर्म आधारित होने चाहिए। राजनीति और धर्म को अलग नही कर सकते। उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने से धर्म संसद में शामिल होने धर्म गुरु आये हैं। धर्म की अवधारणा क्या है यह धर्म गुरु हमलोगों को बताएंगे लेकिन धर्म विहीन जीवन की कल्पना नही की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि यहां आकर वे धन्य हो गए। यहां का माहौल काफी धार्मिक है।
धर्म संसद में सचिव मनीष रंजन, डीसी शेखर जमुआर, एसपी दीपक पांडेय सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे।