मझिआंव :
लिखित आवेदन मिलते हैं होगी कार्रवाई की सीएस : बरडीहा थाना क्षेत्र लेभरी गांव निवासी प्रदीप प्रजापति की 22 वर्षीय पत्नी सुनीता देवी एवं उसकी नवजन्मीबच्ची की मृत्यु अस्पताल में नर्स की लापरवाही के कारण होने की मामला प्रकाश में आया है।
जानकारी देते हुए मृतक के ससुर लाल मुनी प्रजापति ने बताया कि अपनी बहू को प्रसव पीड़ा होने के बाद अपने निजी वाहन से रेफरल अस्पताल में मंगलवार के रात्रि लगभग 9:00 बजे भर्ती कराया था ।उसकी बहु की यह पहला प्रशव था। जिसे प्रसव कक्ष के मरीजों की भर्ती का पंजीयन संख्या ( रजिस्ट्रेशन) 139 क्रम संख्या के तहत भर्ती किया गया जिसमें ए ग्रेड ए एन एम ममता जौनी एवं एएनएम जूलियाना लकड़ा के द्वारा डिलीवरी कार्यक्रम कराए जाने लगा जो,काफी बुरी तरह मरीज के शरीर छति भी पहुंचाया गया।
बुधवार के सुबह यानी 30 अगस्त को 8:30 बजे बच्ची जन्म ली ,सांस चल रहा था जिसे उक्त दोनों एएनएम के द्वारा ऑक्सीजन लगाया गया एवं इसके बाद तुरंत उसकी मृत्यु हो गई ,फिर भी डीवटी में रहे चिकित्सक को इसकी जानकारी नहीं दी गई।जबकि उसकी बहू सुनीता की स्थिति काफी गंभीर बनी हुई थी। लेकिन बच्चे की मृत्यु के बाद एएनएम चिकित्सक को इसकी जानकारी नहीं दी गई जिससे बच्चे की मां सुनिता की स्थिति काफी गंभीर होते गई, और मैं बलपूर्वक अपने बहू को गढ़वा सदर अस्पताल में ले गया कि कम से कम बच्चे की मां की भी जान बच सकें।इस दौरान उनके साथ एवं साथ में गए परिजनों के दोनों एएनएम के द्वारा यह कहा गया की" रात भर हमनी देखली सवेरे पैसा देवे के घड़ी सदर अस्पताल में ले जईब" एवं काफी अमयाॅदित शब्दों का इस्तेमाल दोनों एएनएम के द्वारा किया गया।
इसके बाद108 एंबुलेंस के द्वारा सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां सदर अस्पताल पहुंचते ही उसकी बहू सुनीता ने दम तोड़ दी। मृतका के ससुर लालमनी प्रजापति ने उपायुक्त एवं सिविल सर्जन से जांचों उपरांत लापरवाह दोनों नसॅ पर कार्रवाई करने की मांग की है। ताकि पैसे के लालच में आकर जैसे- तैसे डिलीवरी करने एवं गरीबों से पैसा ऐठने का सिलसिला बंद हो सके। इधर इस संबंध में मंगलवार के रात्रि डिप्टी कर रहे डॉक्टर मनीष कुमार सिंह ने बताया कि हमें इसकी कोई जानकारी दोनों एएनएम के द्वारा नहीं दी गई है क्योंकि महिला चिकित्सक होते तो डिलीवरी वार्ड में देख सकते थे लेकिन पुरुष चिकित्सक होने के नाते डिलीवरी रूम में नहीं जा सकता हूं, इसकी जानकारी पाल-पाल की एएनएम को देनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
एवं दोनों एएनएम के द्वारा इसकी सूचना हमें नहीं दी गई। जब मैं सुबह बुधवार को अपने ड्यूटी समाप्त होने के बाद 9:00 बजे वापस डेरा चला गया तब बुधवार को सूचना मिली कि जच्चा -बच्चा दोनों की मृत्यु हो चुकी है। इधर 9:00 बजे के बाद डिप्टी में आए डॉ: विशाल कुमार मिश्रा ने बताया कि सुनीता को 10:40 बजे बुधवार को उसे स्थिति खराब होते देख सदर अस्पताल रेफर किया गया। इधर इस संबंध में गढ़वा मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि मृत के परिजनों के द्वारा लिखित आवेदन देने के बाद जांचों उपरांत कार्रवाई की जाएगी।