बड़गड़ (गढ़वा) : गढ़वा उपायुक्त के निर्देश के आलोक में बुधवार को जिला सहकारिता पदाधिकारी अमिता कुमारी बड़गड़ पहुंची व यहां संचालित लैम्पस का जांच किया। उन्हें लैम्पस में इफ्को युरिया खाद के उठाव बिक्री व दर की जांच करनी थी।
अमिता कुमारी ने बताया कि जब वे लैम्पस के दुकान पर पहुंची तो दुकान को बंद पाया साथ ही लैम्पस के दुकानदार बाबुलाल प्रसाद गायब हो गये उन्हें किसी प्रकार का खाद खरीद बिक्री का दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया गया। जांच के पश्चात उन्होंने स्थानीय प्रखण्ड कार्यालय के सभागार में विभिन्न गांव से आये हुए ग्रामीणों के साथ एक बैठक आयोजित कर खाद के कालाबाजारी से संबंधित जानकारी हासिल की किसान शिलानंद केरकेट्टा, जलील अंसारी, खृस्तोफर मिंज, नुरुल हक, मंदिर कुमार, बुधलाल केरकेट्टा आदी ने कहा कि बड़गड़ लैम्पस द्वारा खाद कि कालाबाजारी धड़ल्ले से कि जाती रही है।
खाद कभी भी सरकारी दर पर नहीं दिया जाता । हम किसान युरिया खाद 550 रुपये तक खरीदने को विवश हुए हैं। उन्होंने कहा कि अगर सही तरीके से जांच कराई जाये तो गढ़वा जिले में बड़गड़ लैम्पस द्वारा किया गया घोटाला सबसे बड़ा घोटाला साबित होगा।
बड़गड़ लैम्पस के अध्यक्ष खृस्तोफर मिंज ने कहा कि उन्हें अभी तक नहीं पता था कि वे बड़गड़ लैम्पस के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने बताया कि वे खेती के लिये छत्तीसगढ़ से युरिया कि खरिद किये हैं। बैठक में लैम्पस के कुछ सदस्यों ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को बताया कि उन्हें अभी तक ज्ञात नहीं था कि वे बड़गड़ लैम्पस के सदस्य हैं। किसानों ने कहा कि बड़गड़ लैम्पस को भुमी संरक्षण विभाग द्वारा किसानों के लिये दो ट्रैक्टर उपलब्ध कराये गये थे।
लेकिन अभी तक उक्त ट्रैक्टर से एक भी किसान के खेत की जुताई नहीं हो सका है। ट्रैक्टर का उपयोग गैर कृषी कार्य के लिए किया जाता रहा हो। लैम्पस के अध्यक्ष खृस्तोफर मिंज ने सभी बातों से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा की लैम्पस समिति के खाते से उन्होंने कभी पैसे का निकासी नहीं किया है। उनके फर्जी हस्ताक्षर से पंजाब नेशनल बैंक से पैसे की निकासी की गई होगी। उन्होंने इसकी कोई जानकारी नहीं है। किसानों ने एक स्वर में बड़गड़ लैम्पस समिति को भंग कर नये सिरे से लैम्पस गठन की मांग की। इस मौके पर सहायक संजय कुमार, बीसीओ कार्तिक उरांव आदि उपस्थित थे।
इधर जिला सहकारिता पदाधिकारी अमिता कुमारी ने बताया कि खाद के कालाबाजारी की पुष्टी हुई है। पॉस मशीन का उपयोग नहीं हुआ है । लैम्पस के लेनदेन की जांच करते हुए अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।