कांडी: थाना क्षेत्र के देवडीह गांव निवासी रामनाथ राम के 20 वर्षीय पुत्र गौतम पासवान की मौत मंगलवार को तीन बजे दिन में बिहार के बिहटा पटना में हो गयी। बुधवार को मृतक का शव घर आते ही गांव व घर में कोहराम मच गया।
मृतक के परिजनों ने बताया कि वह बिहार के बिहटा, पटना में एनसीसी नामक निर्माण कंपनी में हेल्फर के रूप में काम करता था। कंपनी का बिहटा में आईआईटी कॉलेज का भवन निर्माण का काम हो रहा था। घटना के दिन वह छठ्ठे माले पर काम कर रहा था, जहां से वह नीचे गिर पड़ा। साथ में काम कर रहे दूसरे साथियों ने उसे सदर अस्पताल लेकर गए, जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिए।साथियों ने कहा कि उस वक्त 40 लोग काम कर रहे थे। मृतक सेफ्टी बेल्ट भी नहीं लगाया था।
वह गांव के पांच अन्य लोगों के साथ 1 जून को पटना गया था। गांव के साथ में काम करने गए सतेंद्र चौधरी, मोहम्मद जब्बार, अंसारी प्रदीप शर्मा, बाबूलाल शर्मा, अरविंद शर्मा, ने बताया कि हम सभी जिस कंपनी में काम कर रहे थे, वहां पर किसी भी लेबर का गेट पास भी नहीं बना था लॉकडाउन में कंपनी चोरी छिपे निर्माण कार्य करा रही थी।
इधर मृतक के पिता राम नाथ राम ने गांव के स्थानीय ठीकेदार पर पुत्र को अगवा कर हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उस ठीकेदार से हमारी व्यक्तिगत दुश्मनी है, जिसको लेकर उसने हमारे बेटे की हत्या कर बिल्डिंग से नीचे फेंक दिया है। हालांकि मृतक के पिता समाचार लिखे जाने तक हत्या करने को लेकर थाना में कोई आवेदन नही4 दिए हैं।
परंतु थाना जाकर इसकी मौखिक सूचना पुलिस को जरूर दे दी है।
मृतक के साथ काम करने गए सभी दोस्तों ने बताया कि सात दिन काम किये थे, जिसकी मजदूरी भी नहीं मिली। सभी ने कहा कि स्थानीय स्तर पर कोई रोजगार उपलब्ध नहीं है, जिस कारण लॉकडाउन होते हुए भी हम सभी 6 लोग तीन मोटरसाइकिल से एक जून को पटना गए थे। ज्यादा दिन काम तो नहीं कर पाए लेकिन एक दोस्त को जरूर खो दिए।