मेराल : थाना क्षेत्र के बाना गांव से बाहर कंपनी में काम गये करने मजदूर की छत्तीसगढ़ में मौत हो गयी। उक्त मजदूर सहदेव पासवान कुछ ही दिन पहले छत्तीसगढ़ के प्राइवेट कंपनी में काम करने गया था। कंपनी में काम करने के दौरान बैटरी ब्लास्ट होने से सहदेव पासवान उसकी चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई।
मृतक मजदूर के घर का माली हालत काफी खराब है। हलांकि झारखंड सरकार प्रवासी मजदूरों की वैश्विक महामारी करोना के कारण पूरे भारतवर्ष में लॉकडाउन रहने के बावजूद भी अपने झारखंड प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को सारी साधन मुहैया कराकर घर वापसी करया था और 14 दिन क्वारंटाइन मे रखने के बाद घर भेजती थी। रायगढ़ के मजदूरों को उनके खाते में पैसा देने की बात कही थी।
साथ ही अपने राज्य में मनरेगा से संचालित योजनाओं को चलाकर प्रवासी मजदूर को रोजगार देने की बात कही थी। हालत यह है कि लॉकडाउन के बाद अनलॉक डाउन बढ़ता गया। प्रवासी मजदूरों के खाते में पैसे आए अन्यथा नहीं आए। उनका घर का खर्चा चलाना मुश्किल हो गया। प्रवासी मजदूर लाचारी मे वैश्विक महामारी करोना के दौर में अपने जान को जोखिम में डालकर बाहर प्रदेशों में अपनी रोजी-रोटी के जुगाड़ में पावर प्लांट एवं प्राइवेट कंपनी में काम करने जाने पर मजबूर हो गए। हालांकि सरकार इससे अनजान नहीं है।
इसकी सूचना पाकर झामुमो के मेराल प्रखंड अध्यक्ष दशरथ प्रसाद, सचिव राजेश बैठा मृतक मजदूर के घर पहुंच कर परिजनों को सांत्वना व्यक्त करते हुए सहयोग राशि रूप में 2500रू व राशन उपलब्ध किया।
मौके पर सह सचिव जगजीवन राम, कोषाध्यक्ष विनोद प्रसाद, पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र राम, रईस अंसारी, संजय सोनी, छोटन कुमार आदि उपस्थित थे।