धुरकी : धुरकी प्रखंड सह अंचल कार्यालय मे मनरेगा लाभुक चक्कर लगाते
धुरकी: स्थायीकरण समेत कई लंबित मांगो को लेकर झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ प्रदेश कमेटी के आवाह्न पर धुरकी प्रखंड के सभी मनरेगाकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जिसके कारण मनरेगा अंतर्गत संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन पर प्रखंड के कुल आठ पंचायतों मे प्रतिकूल असर दिखने लगा है।
बिरसा मुंडा हरित ग्राम योजना, आम बागवानी एवं टीसीबी में कार्य प्रभावित हो रहा है। इसका सीधा असर प्रवासी मजदूरों पर भी पड़ रहा है। इधर मनरेगाकर्मियों का कहना है कि सरकार द्वारा जल्द मांगों को पूरी नहीं किया गया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
प्रखंड के मनरेगा कर्मी बीपीओ डींपल गुप्ता, रोजगार सेवक,राजीव रंजन, दिनेश राम, मनोज कुमार ठाकुर, अरफीन जलाल, पंकज सिंह, श्रीराम, शशी कुमार, जेई राकेश रंजन कुमार, लेखापाल सुनील सिंह, रोजगार सेवक राजीव रंजन, मनोज ठाकुर, दिनेश कुमार शामिल हैं।
इनके हड़ताल में जाने से मजदूरों को रोजगार देने को लेकर प्रशासन द्वारा चलाई जा रही योजनाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है। मनरेगा कर्मियों का कहना है की सरकार द्वारा प्रत्येक बार सिर्फ आश्वासन देकर हड़ताल को खत्म कराया जाता है। पिछले बार भी सांकेतिक हड़ताल को सिर्फ आश्वासन देकर खत्म कर दिया गया था, परंतु इस बार ऐसा नहीं होगा। जबतक मांगें पुरी तरह से सरकार नहीं मानेंगी हड़ताल जारी रहेगा। वहीं मनरेगा योजना के लाभुक प्रतिदिन प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाते हैं और प्रखंड सह अंचल कार्यालय के कर्मियों से पूछताछ करते हैं की मनरेगा कर्मचारी का हड़ताल समाप्त हुआ या नहीं, तो इसपर उन्हें जवाब मिलता है की हड़ताल जारी है। उसके बाद प्रखंड अंतर्गत सुदुरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र से आए हुए मनरेगा लाभुक मायुस होकर बैरंग वापस लौट जाते हैं।