गढ़वा : मरीजों का गलत नाम व पता स्वास्थ्य विभाग के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। इससे पॉजिटिव पाए जाने पर मरीजों तक पहुंचने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। गढ़वा शहर में यह स्थिति कुछ ज्यादा ही है। अपना नाम व गली मोहल्ला का नाम बदल कर छद्म नाम बताकर कई लोग कोरोना जांच करा रहे हैं। किसी संक्रमित के संपर्क में आने पर अस्पताल में सैंपल देने के लिए पहुंच रहे हैं। इस दौरान असली नाम व पता नहीं दर्ज करा रहे हैं। जब ऐसे लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है तो स्वास्थ्य विभाग उनके बताए नाम व पता के अनुसार उन्हें कोविड अस्पताल लाने का प्रयास करता है। तब असलियत सामने आती है।
इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. एनके रजक बताते हैं कि ऐसे लोग अपनी झूठी प्रतिष्ठा को ध्यान में रखकर छद्म नाम व पता दर्ज कराते हैं।
इनमें से कई लोगों के पॉजिटिव पाए जाने पर संपर्क किया जाता है तो उस नाम व पता का व्यक्ति नहीं मिलता है। बड़ी खोजबीन के बाद पॉजिटिव मरीज को कोविड अस्पताल लाया जा रहा है।
सिविल सर्जन ने बताया कि अब सैंपल देते समय पहचान पत्र या आधार कार्ड लाना अनिवार्य कर दिया गया है।