गढ़वा :
पुनित सागर अभियान के तहत आज जिला मुख्यालय गढ़वा की लाइफ लाइन दानरो नदी की साफ-सफाई का कार्य एसपीडी . कॉलेज गढ़वा सहित मुख्यालय से जुड़े सभी कालेजों व स्कूलों के एनसीसी के कैडेटों द्वारा किया गया।

विदित हो कि भारतवर्ष में एन0सी0सी0 के द्वारा दिसम्बर 2021 से पुनीत सागर अभियान आरंभ किया गया हैं। उसका उद्वेष्य नदी, झील-झरनों का स्थायी संरक्षण, कचरे का पुनःचक्रण और साफ-सफाई करना हैं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 27 अप्रैल 2022 को गढ़वा के दानरों नदी के छठ घाठ का साफ-सफाई, संरक्षण और वहाँ से एकत्रित किया हुआ कचरे का पुनःचक्रण किया गया। कार्यक्रम में 44 झारखंड बटालियन से संबंधित गढ़वा में स्थित विभिन्न महाविद्यालय/विद्यालय के 127 एन0सी0सी0 कैडेट, छात्र-छात्राएँ एवं ए0एन0ओ0 उपस्थित हुए थे।
कार्यक्रम में सभी कैडेटों एवं छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस मौके पर 44 झारखंड बटालियन के अधिकारीयों द्वारा वहाँ उपस्थित सभी लोगों को पर्यावरण के संबंध में जानकारी देते हुए उन्हें उसके प्रति जागरूक किया गया।कार्यक्रम को एन0सी0सी0 के समादेषी पदाधिकारी कर्नल प्रवीण अय्यर एवं प्रषासनिक पदाधिकारी कर्नल अमिताभ मुखर्जी के दिषा-निर्देष में एस0पी0डी0 काॅलेज, गढ़वा के ए0एन0ओ0 लेफ्टिनेन्ट धीरेन्द्र कुमार मिश्रा, एस0एस0जे0एस0 काॅलेज, गढ़वा के केयरटेकर जगदीष्वर पाण्डेय, जी0एस0एम काॅलेज, गढ़वा के प्रोफेसर रामा शंकर सिंह, गोबिन्द उच्च विद्यालय के ए0एन0ओ0 विष्व विजय सिंह, आर0एस0ए0 उच्च विद्यालय, गढ़वा के केयरटेकर मनीष कुमार सिंह, सुबेदार आर0के0 उपाध्याय, नायब सुबेदार टिसेन नायक, हवलदार धर्मदास खड़िया और हवलदार हिंमाषु अहिर ने सरन्जाम दिया।
कैडेटों की ओर से खास तौर पर सीनियर अन्डर आॅफिसर अरूण शुक्ला, नामधारी काॅलेज से थे और भुतपूर्व कैडेट फरजाना खान, महिला काॅलेज, गढ़वा ने अपने नेतृत्व गुणवता का भी विषेष रूप से परिचय दिया।
छात्र-छात्राओं एवं वहाँ उपस्थित सभी गणमान्य लोगों संबोधित करते हुए यह कहा गया कि जैसे धरती माँ हमारी निस्वार्थ भाव से लालन-पालन करती हैं, ठीक उसी तरह हमें भी इस माँ के पुत्र होने के नाते निस्वार्थ भाव से धरती माँ की सेवा करनी चाहिए। धरती पर रहने वाले सभी व्यक्ति द्वारा उठाए गए छोटे कदमों के माध्यम से हम बहुत आसानी तरीके से पर्यावरण को सुरक्षित कर सकते हैं। हमें अपषिष्ट की मात्रा में कमी करना चाहिए तथा अपषिष्ट पदार्थ को हमेषा कुडेदानी में ही फेकना चाहिए एवं प्लास्टिक बैंग का उपयोग नहीं करना चाहिए तथा कुछ पुराने चीजों को फेकने के बजाय नये तरीके से उनका उपयोग करना चाहिए।
इस जागरूकता अभियान को सभी ने सराहा।